पटनाः 70 किलो सोना और 5500 किलो चांदी बरामद, तीन थोक कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी, टैक्स चोरी का मामला
By एस पी सिन्हा | Updated: June 7, 2025 15:01 IST2025-06-07T15:00:07+5:302025-06-07T15:01:02+5:30
Patna: वाणिज्य कर विभाग से मिली जानकारी के अनुसार यह छापेमारी विगत गुरुवार की दोपहर शुरू की गई थी, जो शुक्रवार की शाम तक जारी रही।

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Patna:बिहार में वाणिज्य कर विभाग ने राजधानी पटना के बाकरगंज स्थित सर्राफा मंडी में स्वर्णाभूषण के तीन थोक कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी कर 70 किलो सोना और 5500 किलो चांदी बरामद किया है। यह कार्रवाई बिना किसी कागजात और बिल के सोना और चांदी की खरीद-बिक्री कर बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी को लेकर की गई है। बेहिसाब लेन-देन और कर चोरी की पुख्ता सूचना पर की गई के दौरान टीम ने जब सोना-चांदी की खरीद बिल और दूसरे दस्तावेज की मांग तो तीनों कारोबारियों ने हाथ खड़े कर दिए। विभाग ने इन तीन स्वर्ण कारोबारियों से फिलहाल दो करोड़ रुपए के टैक्स की वसूली कर ली है। जबकि शेष बकाए टैक्स की सूद समेत वसूली की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इन तीनों स्वर्ण व्यापारियों से पेनाल्टी भी वसूल की जाएगी।
वाणिज्य कर विभाग से मिली जानकारी के अनुसार यह छापेमारी विगत गुरुवार की दोपहर शुरू की गई थी, जो शुक्रवार की शाम तक जारी रही। जांच टीम ने जब इन तीनों स्वर्ण कारोबारियों के ठिकानों से जब्त की गई सोना और चांदी से संबंधित वैध दस्तावेजों की मांग की, तो तीनों कारोबारियों ने अपने हाथ खड़े कर दिए।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बाकरगंज इलाके में लंबे समय से बिना वैध बिल और जीएसटी भुगतान के सोना-चांदी की भारी मात्रा में खरीद-बिक्री की जा रही थी। इस सूचना को सत्यापित करने के लिए विभाग की विशेष अन्वेषण शाखा ने व्यापक आंकड़े और डिजिटल साक्ष्य इकट्ठा किए थे।
इन साक्ष्यों के आधार पर ही गुरुवार को यह कार्रवाई शुरू की गई। छापेमारी के दौरान जिन व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है, उनके व्यावसायिक परिसरों को सील कर दिया गया है। वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, निरीक्षण का कार्य अभी जारी है और आगे की कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
आशंका जताई जा रही है कि इस मामले में बाकरगंज के कई और बड़े स्वर्ण कारोबारी भी लपेटे में आ सकते हैं। विभाग यह भी जांच कर रहा है कि यह किसी संगठित कर चोरी गिरोह का तो हिस्सा तो नहीं है। इस कर चोरी के रैकेट में शामिल अन्य लोगों और सप्लायर्स की पहचान कर उन्हें भी कार्रवाई के दायरे में लाया जाएगा।