KYC अपडेट करने के बहाने बैंककर्मी ने पेंशनर के खाते से उड़ाये 1 लाख से अधिक की रकम, जानिए पूरा मामला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: March 9, 2022 19:54 IST2022-03-09T19:48:21+5:302022-03-09T19:54:17+5:30
चंदौली जिले के अलीनगर के रहने वाले मेवालाल ने वाराणसी पुलिस को सूचना दी कि उनके भारतीय स्टेट बैंक के रामनगर शाखा के पेंशन खाते से 15 सितम्बर 2021 से 05 अक्टूबर 2021 के बीच में लगातार फर्जी तरीके से 1,19,000 रुपये की निकासी की गयी है।

सांकेतिक तस्वीर
वाराणसी: KYC अपडेट करने के बहाने एक बैंककर्मी ने पेंशनर के खाते से 1,19,000 रुपये निकाल लिये। बताया जा रहा है कि यह फर्जीवाड़ा वाराणसी के रामनगर स्थित स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया (SBI) के खाताधारक के साथ हुआ है।
पुलिस ने पेंशनर के खाते से योनोएप के माध्यम से 1,19,000 रुपये की अवैध निकासी के मामले में भारतीय स्टेट बैंक की रामनगर शाखा में कार्यरत एक संविदा कर्मचारी को उसके साथी के साथ गिरफ्तार कर लिया है। साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों से धोखाधड़ी की कुल रकम में से 22000 रुपये नकद और वारदात में प्रयोग किये गये मोबाइल को भी जब्त कर लिया है।
इस सम्बन्ध में साइबर क्राइम थाने के इंस्पेक्टर राहुल शुक्ल ने बताया कि पड़ोसी जिला चंदौली के अलीनगर के रहने वाले मेवालाल ने हमें सूचना दी गयी कि उनके भारतीय स्टेट बैंक के रामनगर शाखा के पेंशन खाते से 15 सितम्बर 2021 से 05 अक्टूबर 2021 के बीच में लगातार फर्जी तरीके से 1,19,000 रुपये की निकासी की गयी है।
शिकायत मिलने के बाद जांच करने के लिए सब इंस्पेक्टर चन्द्रदीप कुमार को नियुक्त किया गया। सब इंस्पेक्टर चंद्रदीप ने मामले में बैंक से पूरी तहकीकात की तब पता चला कि रुपयों की अवैध निकासी में भारतीय स्टेट बैंक के रामनगर शाखा के संविदा कर्मचारी सुनील का ही हाथ है। जिसके बाद सब इंस्पेक्टर चन्द्रदीप कुमार ने 8 मार्च को साइबर क्राइम थाने में मुकदमा अपराध संख्या - 0003/2022 धारा- 420 भादवि व 66 आईटी एक्ट दर्ज करते हुए आरोपी को 9 मार्च को दुर्गा मंदिर रामनगर के पास से साथी के साथ गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में सुनील ने बताया कि मैं भारतीय स्टेट बैंक की रामनगर शाखा में बतौर डाटा इन्ट्री आपरेटर कार्य कर रहा हूं। मुझे बैंक मैनेजर द्वारा KYC संबन्धित इन्ट्री करने के लिए दिया जाता था। इसी दौरान मैंने मेवालाल के पेंशन खाते पर गौर किया तो वह काफी दिनों से संचालित नही हो रहा था। तब मेरे मन में लालच आ गया और मैंने इस पैसे को निकालने प्लान बनाया। तब मैंने एक ऐसे व्यक्ति की तलाश की जिसका नाम खाताधारक से मिलता हो।
इसके बाद मेरी मुलाकात मेरे घर के पास रहने वाले रोहित कुमार पुत्र मेवालाल से हुई चूकि रोहित के पिता का भी नाम मेवालाल था। इसलिए मैंने रोहित को सारी बात बतायी और रोहित को रुपयों में हिस्सेदारी देने का लालच देकर मिला लिया।
रोहित ने अपने पिता मेवालाल के नाम पर रजिस्टर्ट मोबाइल नंबर और आधार कार्ड दे दिया। इसके बहाद मैंने मेवालाल के खाते की KYC अपडेट करते ,मय रोहित के पिता का मोबाइल नंबर तथा कार्ड लगाकर खाते को अपडेट कर दिया।
उसके बाद मैंने रोहित से वो मोबाइल सिमकार्ड लेकर अपने मोबाइल में लगाया और एसबीआई का योनो एप इंस्टॉल करके यूजर पासवर्ड बनाया और फिर वाराणसी के कई एसबीआई एटीएम पर जाकर योनो एप के माध्यम से 1,19,000 रुपये निकाल लिये।