एनआईए ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे विकास सिंह को दबोचा, पंजाब पुलिस के हेड आफिस पर हुए हमले की वारदात में था शामिल
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 22, 2023 09:31 AM2023-06-22T09:31:10+5:302023-06-22T09:38:32+5:30
एनआईए ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग की कमर तोड़ने के लिए उसके लखनऊ निवासी सबसे खास गुर्गे विकास सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए उत्तर प्रदेश के लखनऊ निवासी विकास सिंह को गिरफ्तार किया है। खबरों के अनुसार गिरफ्तार किया गया आरोपी विकास सिंह पिछले साल पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर आरपीजी (रॉकेट चालित ग्रेनेड) हमले में शामिल लोगों को मदद करने के कारण सरक्षा एजेंसी के रडार पर था।
समाचार वेबसाइट इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार एनआईए के प्रवक्ता ने उसकी गिरफ्तारी के बाद बुधवार को कहा, “गिरफ्तार किया गया विकास सिंह लॉरेंस बिश्नोई गैंग को कई तरह की सुविधाएं पहुंचाता था। उनसे बिश्नोई गैंग के दो आरोपियों, जिनमें से एक हरियाणा के झज्जर के सुरखपुर गांव का दीपक रंगा है और दूसरा यूपी के फैजाबाद का दिव्यांशु है। उन्हें सुरक्षित आश्रय प्रदान किया था।”
प्रवक्ता ने कहा, “विकास सिंह ने हिरासत में किये गये पूछताछ के दौरान इस बात का खुलासा किया कि उसने दीपक और दिव्यांशु को अपने अयोध्या के देवगढ़ गांव स्थित घर और लखनऊ के गोमती नगर एक्सटेंशन के फ्लैट में कई बार आश्रय दिया था। विकास सिंह हत्या, हत्या के प्रयास और शस्त्र अधिनियम और गैंगस्टर अधिनियम के तहत दर्ज 10 आपराधिक मामलों का सामना कर रहा है।”
उन्होंने कहा, “शुरूआती पड़ताल से ज्ञात हुआ है कि हरियाणा के दीपक को बिश्नोई के एक अन्य सहयोगी और दोस्त विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्की मिद्दुखेड़ा ने विकास सिंह से मिलवाया था। वहीं फैजाबाद के दिव्यांशु को बिश्नोई गैंग से खुद विकास सिंह ने जोड़ा था। विकास सिंह और लॉरेंस बिश्नोई एक साथ सुपारी लेकर की गई कई हत्याओं में भी शामिल थे। यह दोनों नांदेड़ में व्यवसायी संजय बियानी और पंजाब में राणा कंधोवालिया की हत्याओं में शामिल थे। राणा कंदोवालिया की हत्या के बाद विकास सिंह ने हत्या के एक अन्य आरोपी रिंकू को भी अपने यहां शरण दी थी।”
एनआईए की ओर से कहा गया है कि विकास सिंह को दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने के लिए धन जुटाने और युवाओं की भर्ती करने के लिए भारत और विदेश में स्थित बिश्नोई के आपराधिक सिंडिकेट और गिरोह के सदस्यों द्वारा रची गई साजिश से संबंधित एक मामले में गिरफ्तार किया गया है। अब तक की जांच से पता चला है कि वह लॉरेंस गैंग की ओर से किये जा रहे लगभग सभी अपराधों में शामिल रहा है।