शर्मनाक! पद्म पुरस्कार विजेता अपनी ही गोद ली हुई बेटी से साल भर करता रहा रेप, शिकायत के बाद एफआईआर दर्ज, कोर्ट ने बताया गंभीर अपराध
By आजाद खान | Published: January 5, 2022 04:45 PM2022-01-05T16:45:33+5:302022-01-05T20:29:43+5:30
इस पर बोलते हुए जस्टिस अरुण देव चौधरी ने कहा कि इस घटना को गलत बताया और कहा कि इससे पीड़िता को अपमानित और बदनाम करने की कोशिश की गई।
असम:असम में एक नाबालिग ने अपने ही गोद लिए हुए पिता पर रेप का आरोप लगाया है। आरोपी एक पद्म पुरस्कार विजेता है जिसने कुछ महिने पहले ही नाबालिग को गोद लिया था और वे उसके पास ही रहती थी। पीड़िता के मुताबिक, उसके पिता ने उसका एक साल तक यौन उत्पीड़न किया है। शिकायत के बाद असम पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अगले ही दिन प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फ्रॉम सेक्सुअल अफेंसेस एक्ट (पोक्सो) के तहत एफआईआर दर्ज की है। बता दें कि इस एफआईआर के बाद आरोपी ने गुवाहाटी हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और उसे 28 दिसंबर तक अंतरिम जमानत भी मिल गई है। मामले में पुलिस अपने आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
कोर्ट ने क्या कहा
इस पर बोलते हुए पुलिस ने कहा, ‘हम इस पर टिप्पणी नहीं कर सकते, लेकिन इस मामले की जांच जारी है।’ इस मामले को देखने वाली जस्टिस अरुण देव चौधरी ने इस घटना को गलत बताया और कहा कि यह कथित अपराध बहुत ही गमभीर है। इस पर आगे बोलते हुए जस्टिस अरुण देव चौधरी ने कहा कि इस घटना से पीड़िता का मान सम्मान पर गहरा चोट पड़ा है। यही कारण है कि इस मामले में देरी नहीं करते हुए पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी।
पीड़िता फिलहाल बाल गृह में है
इस घटना के बाद पीड़िता को बाल गृह में भर्ती करा दिया गया है जो खास पुलिस वालों की निगरानी में है। कोर्ट ने कहा कि पीड़िता अपने बयान में किसी खास बात का जिक्र नहीं किया है। इस पर कोर्ट ने न्याय को देखते हुए एक अंतरिम आदेश पारित करने की बात कहा और इसमें याचिकाकर्ता को 7 दिनों के भीतर पुलिस के सामने पेश होने को बोला गया है।