जमानत पर बाहर आए शख्स ने दोस्त की मां को उतारा मौत के घाट, लॉकडाउन के दौरान हत्या से हड़कंप
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: April 6, 2020 09:20 AM2020-04-06T09:20:03+5:302020-04-06T09:20:03+5:30
नागपुर में कोरोना लॉकडाउन को देखते हुए 7 साल से कम की सजा पाने वाले मामलों के आरोपियों को जेल से पैरोल अथवा बेल पर छोड़ने का फैसला लिया गया था। इसी कड़ी में चार दिन पहले आरोपी की भी रिहाई हुई थी।
नागपुर: पैरोल पर जेल से जमानत पर आए गुंडे ने हवलदार की पत्नी की घर में घुसकर हत्या की है. नंदनवन पुलिस ने उसे 10 अप्रैल तक हिरासत में लिया है. लॉकडाउन के दौरान हुई इस वारदात से पुलिस के भी हाथ-पांव फूले हुए हैं. ज्ञात हो कि नंदनवन के गाड़गे नगर में अपराधी नवीन गोटाफोड़े ने अपराध शाखा के हवलदार अशोक मुले की पत्नी 52 वर्षीय सुशीला की शनिवार की सुबह घर में घुसकर हत्या कर दी थी. सुशीला का बेटा गोटाफोड़े के बचपन का मित्र था. गोटाफोड़े के खिलाफ हत्या सहित कई मामले दर्ज हैं. उसे तीन माह पहले नंदनवन पुलिस ने चोरी के मामले में पकड़ा है. इसके बाद से वह जेल में था.
गत दिनों 7 साल से कम की सजा पाने वाले मामलों के आरोपियों को जेल से पैरोल अथवा बेल पर छोड़ने का फैसला लिया गया है. इसी कड़ी में चार दिन पहले गोटाफोड़े की रिहाई हुई है. वह शुक्रवार को सुशीला के बेटे से भेंट करने के लिए आया था. गोटाफोड़े के अपराधी होने से सुशीला ने बेटे को उससे भेंट करने से रोका. इससे गोटाफोड़े आहत हो गया. वह विकृत मानसिकता का युवक है. उसने सुशील की हत्या करने का तय किया.
गोटाफोड़े चाकू लेकर सुबह 10.15 बजे सुशीला के घर पहुंचा. घर में सुशीला तथा उनका बेटा नवीन था. अशोक मुले कुछ देर पहले ही ड्यूटी पर रवाना हुए थे. सुशीला किचन में भोजन बना रही थीं. उसने चाकू से सुशीला का गला रेत डाला. मां का शोर सुनकर बेटा नवीन आया. उसने गोटाफोड़े को दबोच लिया. दोनों में उठापटक होने लगी. इसी बीच सुशीला दौड़ते हुए घर के पोर्च में आकर गिर गई. यह देखकर नवीन ने गोटाफोड़े को छोड़ दिया. उसने पड़ोसियों की मदद से मां को अस्पताल पहुंचाया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.