मुजफ्फरपुर की ज्योति की कहानी सामने, दारोगा बनते और वर्दी मिलते ही अपने पति से दूरी बनानी शुरू की, प्रेमी संग रहने की चर्चा!, आईजी, एसएसपी और एसडीओ पूर्वी से लिखित शिकायत
By एस पी सिन्हा | Updated: July 22, 2023 18:06 IST2023-07-22T18:03:45+5:302023-07-22T18:06:55+5:30
पति ने आईजी, एसएसपी और एसडीओ पूर्वी से भी लिखित शिकायत भी की है। पति प्रिय रंजन (34) की मानें तो दोनों ने लव मैरिज की थी। सबकुछ ठीक चल रहा था। ज्योति को पढ़ने की, कुछ बनने की इच्छा थी। प्रिय रंजन का दावा है कि उसने पत्नी को पढ़ाया-लिखाया।

सांकेतिक फोटो
पटनाः यूपी की ज्योति मौर्या की चर्चा अभी ताजी ही है कि उससे आगे बढ़कर बिहार के मुजफ्फरपुर की ज्योति (34) की कहानी सामने आई है। जहां एक विवाहिता शादी के कई साल बाद दारोगा बनी और अब वर्दी मिलते ही उसने अपने पति से दूरी बनानी शुरू कर दी। साथ में नौकरी पर लगे दूसरे दारोगा से नजदीकियां बढ़ानी शुरू कर दी।
इस मामले में पति ने आईजी, एसएसपी और एसडीओ पूर्वी से भी लिखित शिकायत भी की है। पति प्रिय रंजन (34) की मानें तो दोनों ने लव मैरिज की थी। सबकुछ ठीक चल रहा था। ज्योति को पढ़ने की, कुछ बनने की इच्छा थी। प्रिय रंजन का दावा है कि उसने पत्नी को पढ़ाया-लिखाया। ज्योति ने दरोगा का फॉर्म भरा और सेटिंग के लिए 10 लाख रुपए मांगे।
प्रिय रंजन का कहना है कि ज्योति ने सोमेश्वर झा, जो उसकी कोचिंग में ही पढ़ता था, उसके 10 लाख भी मुझसे लिए। मैंने जमीन बेचकर और दोस्तों से कर्ज लेकर 20 लाख रुपए दिए। अब दोनों एसआई हैं और ज्योति मेरे साथ रहना नहीं चाहती। मुझे जान से मारने और झूठे केस में फंसा देने की धमकी दे रही है।
मामला जिले के सदर थाना क्षेत्र का है। दोनों को एक बेटा भी है, जिसका नाम रेयांश है। प्रिय रंजन ने बताया कि 2009 में दोनों ने मुजफ्फरपुर से भागकर दिल्ली में प्रेम विवाह कर लिया था। वह दिल्ली में ही रियल एस्टेट का काम करने लगा, जबकि पत्नी बैंक में नौकरी करने लगी। वर्ष 2012 में पत्नी को बीपीएससी की तैयारी करने का मन हुआ।
जिसके बाद उसने गुड़गांव में एक कोचिंग में तैयारी शुरू कर दी। लेकिन नोटबंदी के बाद पति का काम धीमा हो गया और पत्नी की नौकरी भी छूट गई। मजबूरन दोनों मुजफ्फरपुर लौट आए। पत्नी मुजफ्फरपुर में भी बीपीएससी की कोचिंग करती रही। 2019 बैच में उसका सिलेक्शन दारोगा के लिए हो गया। जिसके बाद दोनों के बीच दूरियां बढ़नी शुरू हो गई।
नौकरी लगने के बाद उसने पति के साथ रहने से इंकार कर दिया। दोनों के 10 वर्षीय पुत्र ने बताया कि जब वह नानी घर रहता था, तब मम्मी उसे लेकर अंकल के घर जाती थी। उसे दूसरे कमरे में अन्य बच्चों के साथ सुला देती थी और मम्मी व अंकल दूसरे कमरे में चले जाते थे। वहीं महिला दारोगा ने अपने ऊपर लगे सारे आरोप को बेबुनियाद बताया।
महिला दारोगा का कहना है कि पूर्व में पति अक्सर शराब पीकर मारपीट करता था। उसका कैरेक्टर अच्छा नहीं है, इसलिए दोनों अलग हुए हैं। उसकी पढ़ाई-लिखाई के लिए उसकी तीन बहनें पैसे देती थीं। महिला दारोगा ने बताया कि वह दो दिनों की छुट्टी पर घर आई हुई थी।
टे से मिलना चाह रही थी, लेकिन पति और ससुराल वाले मिलने नहीं दे रहे थे। इसके बाद पुलिस की मदद ली गई। फिलहाल महिला दारोगा कटिहार में पोस्टेड है। सदर थाना के थानाध्यक्ष सतेंद्र कुमार मिश्रा का कहना है कि पति का आवेदन मिला है। कार्रवाई के लिए वरीय अधिकारियों से मार्गदर्शन लिया जा रहा है।