मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड में सामने आए भयावह आंकड़ेः 34 लड़कियों से बलात्कार, 6 गर्भवती, 3 का गर्भपात!
By एस पी सिन्हा | Updated: July 28, 2018 15:15 IST2018-07-28T15:15:20+5:302018-07-28T15:15:20+5:30
मुजफ्फरपुर अल्पवास गृह यौन शोषण मामले में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। लड़कियों को सहारा देने के बदले होती थी जिस्मफरोशी!

मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड में सामने आए भयावह आंकड़ेः 34 लड़कियों से बलात्कार, 6 गर्भवती, 3 का गर्भपात!
पटना, 28 जुलाईःबिहार के मुजफ्फरपुर में स्थित बालिका अल्पवास गृह यौन शोषण कांड में आंकड़े और भी ज्यादा भयावह हो गये हैं। बालिका गृह की 42 में से 34 बच्चियों से बलात्कार की बात सामने आई है। मुजफ्फरपुर एसएसपी हरप्रीत कौर ने कहा कि अब तक 34 बच्चियों से रेप की पुष्टि हुई है। जबकि अभी और रिपोर्ट आनी बाकी है।
यहां बता दें कि पहले 29 बच्चियों से रेप की बात पुष्ट हुई थी। हालांकि, बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने मुजफ्फरपुर जिला स्थित एक बालिका अल्पवास गृह की बालिकाओं के यौन उत्पीडन मामले की जांच सीबीआई से कराने के आदेश दे दिये हैं। वहीं, मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में नया और हैरान कर देने वाला तथ्य सामने आया है। बालिका गृह में काम करने वाली महिला कर्मचारी न केवल रेप में साथ देती थीं बल्कि खुद भी बच्चियों का यौन शोषण करती थीं।
मोकामा नाजरथ अस्पताल में इलाजरत बच्चियों ने बयान दिया है कि उनके साथ महिला कर्मचारियों ने बेहद अमानवीय व्यवहार किया है। एक 16 साल की किशोरी ने बयान दिया है कि बालिका गृह में नींद की गोलियां खाने में मिला कर देने के बाद इनके साथ गलत काम किया जाता था। सुबह जागने के बाद दर्द होता था। देखभाल करने वाली इंदु आंटी ही उन्हें बताती थीं कि इनके द्वारा ही गलत काम किया गया है।
वहीं, यौनशोषण होने के कारण कई सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज से पीडित हो गई हैं। उनमें से सबसे ज्यादा बेड-वेटिंग (बिस्तर पर पेशाब कर देना) से पीडित हैं। इलाज कर रहे एक मनोचिकित्सक ने बताया कि सभी का इलाज किया जा रहा है। बेड-वेटिंग सभी में एक कॉमन बीमारी के रूप में सामने आई है। यह बता रहा है कि सभी के दिलोदिमाग पर यौन शोषण घर कर गया है और इसी वजह से उनके साथ यह समस्या आ रही है।
बताया जाता है कि बच्चियों के यौन शोषण मामले में महिला कर्मचारियों की मिलीभगत बेहद आम थी। 15 साल की लडकी ने बयान दिया है कि ब्रजेश सर द्वारा रेप किया गया था। जिसमें सभी स्टाफ की मिलीभगत थी। एक 10 साल की बच्ची ने बताया है कि आंटी किरण, चंदा, नीलम और हेमा आदि ही उन्हें ब्रजेश के कमरे में जाकर सोने को बोलती थीं और किसी से मिलने की बात कहा करती थी। ये सभी मारपीट के साथ गलत काम की बात किया करती थीं।
10 साल की एक लड़की जिसने बाहर से लड़कों के आने की बात बतायी है उसने भी कहा है कि गलत काम के बाद मारपीट में किरण, मंजू, मीनू, हेमा, नेहा और चंदा आंटी शामिल होती थीं। अनौपचारिक बातचीत में इन लडकियों ने बताया है कि डर के मारे सभी एक साथ हाथ जोड़ कर सोती थीं ताकि उनकी रक्षा हो सके।
लेकिन सभी को उठा कर महिला कर्मचारी ही ले जाती थीं। इनके साथ दुष्कर्म होता था। यौन शोषण के इस बडे मामले में रेप पीड़ित 34 नाबालिग लड़कियों में 6 गर्भवती हो गई थीं। इनमें से 3 का अबॉर्शन भी करवाया गया था। मेडिकल जांच में साबित हुआ है कि गर्भवती हुई अधिकतर लड़कियों की उम्र सात से 14 वर्ष के बीच है।
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