मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांडः लड़कियों ने सुनाई खौफनाक आपबीती, ड्रग्स देकर हर रात होता था बलात्कार

By एस पी सिन्हा | Updated: July 27, 2018 15:46 IST2018-07-27T15:43:47+5:302018-07-27T15:46:52+5:30

मुजफ्फरपुर अल्पवास गृह मामले में पीड़ित लड़कियों की आपबीती रोंगटे खड़े कर देगी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बडा खुलासा किया है। जानें अभी तक की सभी बड़ी अपडेट्स...

Muzaffarpur shelter home scandal Updates in Hindi: girls sex abuse story, police file complain | मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांडः लड़कियों ने सुनाई खौफनाक आपबीती, ड्रग्स देकर हर रात होता था बलात्कार

मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांडः लड़कियों ने सुनाई खौफनाक आपबीती, ड्रग्स देकर हर रात होता था बलात्कार

पटना, 27 जुलाईःबिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बालिका अल्पवास गृह कांड की जांच कर रही नगर पुलिस ने पॉस्को कोर्ट में ब्रजेश ठाकुर समेत दस आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। पुलिस ने मेडिकल रिपोर्ट के साथ 164 के बयान को साक्ष्य मान कर कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया है. साथ ही आरोपितों के खिलाफ 12 नई धाराएं लगाई गई हैं. आरोपितों पर जेजे एक्ट भी लगाया गया है।
 
प्राप्त जानकारी के अनुसार महिला थानेदार ज्योति कुमारी ने सभी आरोपितों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया है। इसमें सेवा संकल्प एवं विकास समिति का मुख्य संरक्षक ब्रजेश ठाकुर को बताया गया है। इसमें कहा गया कि धारा 164 के बयान में किरण आंटी पर पीडित बच्चियों ने गंभीर आरोप लगाये हैं। बाल कल्याण समिति के सदस्य विकास कुमार वहां अक्सर आते जाते थे। उनकी गतिविधि भी संदिग्ध पाई गई है। पीड़ित बच्चियों ने जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी रवि रौशन की भी पहचान की थी।

चार्जशीट में सीडब्लूसी के अध्यक्ष दिलीप वर्मा को फरार बताया गया है। कोर्ट से उसके खिलाफ इश्तेहार निकल चुका है। इसमें कहा गया कि 42 बच्चियों की मेडिकल जांच कराई गई, जिसमें से 29 की पीएमसीएच से रिपोर्ट मिल चुकी है। एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया कि बालिका गृह कांड में सभी दस आरोपितों के खिलाफ आईओ ज्योति कुमारी ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया है। इसके अलावा अन्य बिंदुओं पर जांच जारी है। गुरुवार को नगर डीएसपी मुकुल कुमार रंजन और आईओ के साथ एक दर्जन से अधिक बिंदुओं पर केस की समीक्षा की थी। उधर, जेल में बंद ब्रजेश ठाकुर समेत दस आरोपितों की गुरुवार को कोर्ट में पेशी हुई। अब आठ अगस्त को अगली तिथि निर्धारित की गई है।

लड़कियों की आपबीती सुनकर कांप गई रूह

मुजफ्फरपुर बालिका अल्पवास गृह में रह रही लडकियों को स्पेशल पॉस्को कोर्ट में पेश किया गया। जहां उन्होंने अपना बयान दर्ज कराया। लड़कियों ने जब मजिस्ट्रेट के सामने अपनी आपबीती बतानी शुरु की तो सबकी रुह कांप गई। सूत्रों के मुताबिक लडकियों ने पॉक्सो कोर्ट में जज के सामने दिये अपने बयान में कहा है कि उन्हें सताया जाता, भूखा रखा जाता, ड्रग्स दिये जाते और तकरीबन हर रात को उनके साथ बलात्कार किया जाता था।

लडकियों ने ब्रजेश ठाकुर को आरोपी के तौर पर पहचान की है. बता दें कि 42 लडकियों के मेडिकल टेस्ट के बाद ये पाया गया कि कम से कम 29 लडकियों के साथ रेप हुआ था, 3 लड़कियों का गर्भपात कराया गया। जबकि 3 दूसरी लड़कियां अभी गर्भवती हैं। दरिंदों की खौफनाक कहानी का आलम ये है कि ये सभी पीड़ित लडकियां 7 से 14 साल के बीच की हैं। मजिस्ट्रेट के सामने एक 14 वर्षीय बच्ची ने कहा कि "जब भी वह (ब्रजेश) कमरे में प्रवेश करता था, तब लडकियां डर से कांप जाती थीं। उसे हंटरवाले अंकल के नाम से बच्चे जानते थे" क्योंकि वह बच्चियों को छड़ी से मारता था। 

बताया जाता है कि 10 साल की बच्ची ने कहा है कि जैसे ही सूर्य अस्त होने वाला रहता तो लड़कियां खौफ में आ जाती थीं, क्योंकि रात में वहां तोंदू अंकल अपने लोगों के साथ आ जाते थे। साथ ही एक और लडकी ने कहा है किसी को भी कमरे में प्रवेश करने की इजाजत नहीं थी जब तोंदवाले अंकल कमरे में आते थे।
 
"नेहा मैडम, किरण मैडम और दूसरे कर्मचारी हमें बांस से मारते थे। और बॉस (ब्रजेश) के खिलाफ केस करने के लिए मना करते थे। सात वर्षीय बच्ची ने कहा कि उसके हाथों और पैरों को बांधने के बाद उसके साथ बलात्कार किया गया था। उसने अदालत से कहा है कि "जब मैंने विरोध करने की कोशिश की, तो मुझे पीटा गया और तीन दिनों तक भूखा रखा गया। यहां बता दें कि नीतीश कुमार ने इस मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश भी कर दी है।

मुजफ्फपुर अल्पवास गृह मामले में तेजस्वी यादव का बड़ा खुलासा

मुजफ्फरपुर अल्पवास गृह मामले में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बडा खुलासा किया है। उन्होंने बिहार सरकार में नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा पर भी इसमें शामिल होने का आरोप लगाया है। तेजस्वी ने कहा है कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह दुष्कर्म मामले में एक स्थानीय विधायक व मंत्री का भी नाम आ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी के करीबी हैं। तेजस्वी ने मंत्री से इस्तीफे की मांग की है। 

बता दें कि नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा इससे पहले भी विवादों में रह चुके हैं। इसी साल 2 जनवरी को मंत्री सुरेश शर्मा नए साल पर पश्चिम बंगाल की धर्मनगरी तारापीठ के दर्शन करने गए थे। उसी दौरान एक होटल में वहां के स्टाफ के साथ उनकी बहस हो गई थी। जिसके बाद होटल के कर्मचारियों ने सुरेश शर्मा और उनके साथ गए लोगों की पिटाई कर दी थी। वहीं मंत्री सुरेश शर्मा, तेजस्वी के इस आरोप से नाराज हो गए और खुद पर लगे आरोपों को खारिज करते हुए तेजस्वी यादव पर मुकदमा करने की बात कही है।

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