मथुराः साथी को लाठी से बुरी तरह से पीटा और फांसी पर लटकाया, आरोपी सिपाही को पुलिस ने किया अरेस्ट, ऐसे हुआ खुलासा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 2, 2022 04:41 PM2022-07-02T16:41:59+5:302022-07-02T16:42:53+5:30
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) शिरिश चंद्र ने कहा कि मृतक सिपाही आशीष (25) के पिता रवींद्र सिंह की शिकायत पर नौझील पुलिस थाना में आरोपी कांस्टेबल रोहित के खिलाफ आईपीसी और एससी/एसटी कानून की धाराओं के तहत शुक्रवार को मामला दर्ज किया गया।
मथुराः पुलिस के एक सिपाही को कथित तौर पर बुरी तरह से पीटने और फिर उसे फांसी पर लटकाने के आरोपी दूसरे सिपाही को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) शिरिश चंद्र ने कहा कि मृतक सिपाही आशीष (25) के पिता रवींद्र सिंह की शिकायत पर नौझील पुलिस थाना में आरोपी कांस्टेबल रोहित के खिलाफ आईपीसी और एससी/एसटी कानून की धाराओं के तहत शुक्रवार को मामला दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि दोनों सिपाही एक ही कमरे में रहते थे और बृहस्पतिवार की रात दोनों ने शराब पी थी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मोबाइल फोन के इस्तेमाल को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ, जिसके बाद यह घटना हुई। पूछताथ में आरोपी रोहित ने अपना जुर्म कबूल लिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जब आशीष ने आरोपी के खिलाफ अनुसूचित जाति-जनजाति (एससी-एसटी) कानून के तहत प्राथमिकी दर्ज करने की धमकी दी तो आरोपी रोहित ने लाठी से उसकी पिटाई शुरू कर दी।
उन्होंने बताया कि इसके बाद आरोपी ने उसे छत के पंखे से लटका दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मृत्यु का कारण फांसी बताया गया है। रोहित को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मेरठ का निवासी आशीष 28 मई, 2021 से नौझील पुलिस थाना में तैनात था। वह 2020 में पुलिस मे शामिल हुआ था। वह नौझील कस्बे के रतिया बाजार मोहल्ला में रोहित के साथ किराए के मकान में रहता था।
दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल ने गोली मारकर खुदकुशी की
दिल्ली पुलिस के एक कांस्टेबल ने उत्तर पश्चिम जिले में अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को कथित तौर पर गोली मार ली। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दिल्ली के प्रशांत विहार में एक राहगीर ने सुबह करीब नौ बजे सूचना दी कि इलाके में एक पेट्रोल पंप की चारदीवारी के पास खड़ी कार में एक शव पड़ा हुआ है।
पुलिस उपायुक्त (रोहिणी) प्रणव तायल ने कहा कि जब पुलिस की एक टीम वहां पहुंची तो उन्होंने देखा कि एक कार में चालक की सीट पर शव पड़ा है और उससे दुर्गंध आ रही है। अधिकारी ने बताया कि मृतक की पहचान बाद में कांस्टेबल अमनदीप सिंह के रूप में हुई, जो प्रशांत विहार थाने में तैनात था और आकस्मिक अवकाश पर था।
उन्होंने बताया कि फोटोग्राफर और फोरेंसिक विशेषज्ञों के साथ अपराध शाखा की टीम को मौके पर बुलाया गया। उन्होंने कहा कि कांस्टेबल के परिवार के सदस्यों को सूचित कर दिया गया है और दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 174 के तहत पूछताछ की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
सिंह के शव को बाबा साहेब आंबेडकर अस्पताल भेज दिया गया है और कांस्टेबल के परिवार के आने पर पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। पुलिस के मुताबिक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने कहा कि यह पता लगाने के लिए विस्तृत जांच की जा रही है कि कांस्टेबल ने यह कदम किस वजह से उठाया।