बिहार: गिरफ्तार तस्कर आरोपी ने किया खुलासा, विदेश से AK-47 लाकर नक्सलियों को बेंचे
By एस पी सिन्हा | Published: October 29, 2018 06:37 PM2018-10-29T18:37:12+5:302018-10-29T18:37:12+5:30
इस मामले में एके-47 के मुख्य आरोपी मोहम्मद मंजर आलम उर्फ मंजी को रिमांड पर लिए जाने के उसने एक अन्य आरोपी का नाम काबूला है।
बिहार के मुंगेर में हथियार तस्करों ने सबसे अधिक एके 47 हथियार नक्सलियों और उग्रवादियों के हाथों बेचे हैं। इसमें गया, नालंदा व औरंगाबाद के लोगों ने भी जमकर एके 47 की खरीदारी की है।
इस तरह जिले में एके-47 बंदूकों के मामले में अब तक कई गिरफ्तारी हो चुकी हैं। वहीं इस मामले में गिरफ्तार एक अभियुक्त ने एक अन्य आरोपी का पता बताया। इसके बाद पुलिस ने निशानदेही पर बदमाश को गिरफ्तार कर लिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला मुंगेर के हवेली खडगपुर प्रखण्ड के मुजफ्फरगंज पंचायत के वर्तमान मुखिया कुंदन मंडल का है। यहां से गया निवासी दीपू साह को गिरफ्तार किया गया है।
इस मामले में एके-47 के मुख्य आरोपी मोहम्मद मंजर आलम उर्फ मंजी को रिमांड पर लिए जाने के उसने एक अन्य आरोपी का नाम काबूला है। अभियुक्त ने बताया कि उसने पांच हजार रुपये की कारतूस उसे ही बेची हैं।
इन दोनों के निशानदेही पर पुलिस ने मुंगेर के माक्ससपुर निवासी मक्का साह को पुलिस ने दबोचा है। मक्का साह म्यांमार से अवैध हथियार की तस्करी कर लाए गए विदेशी हथियारों को नागालैंड के रास्ते मुंगेर लाकर बेचता था।
कुंदन मंडल वर्ष 2009 से हथियार की तस्करी कर रहा था। कुंदन मंडल मुंगेर मुफसिल थाना क्षेत्र के सीताकुण्ड डीह में अपने फूफा के पास रहता था और पत्थर का कारोबार करता था। कुंदन ने पुलिस को बताया कि अब तक वो 6 बरेटा पिस्टल, 5 ग्लोक पिस्टल, 1 एके-56 राईफल, 5 एके-47 और 3 कार्बाइन लाकर बेच चुका है।
पुलिस अभी मक्का साह से सघन पूछताछ कर रही है, जिससे और भी जानकारी इस मामले में आ सकती है। मुंगेर पुलिस अभी मक्का की गिरफ्तारी को गुप्त रखेगी।
वहीं, मुंगेर पुलिस के अनुसंधान के दौरान यह बात सामने आया है कि हथियार तस्कर इमरान व शमशेर ने भारी संख्या में हथियारों की खरीद-फरोख्त की है।
साथ ही इनलोगों ने हथियार तस्करी को अंजाम देने में महिलाओं का भी खूब सहयोग लिया। दूसरी ओर हथियार तस्कर मंजर आलम का सांठगांठ झारखंड के नक्सलियों व अपराधियों से रहा है और उसने कोल क्षेत्र में एके- 47 की पहुंच बनाई।
जबकि देवघर जिले के एक राजनीतिक दल के नेता व व्यवसायी ने भी कई बार हथियारों की डील की। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जसीडीह के डिगरिया पहाड के आसपास उक्त हथियारों की खेप पहुंचती थी।
सूचना तो यहां तक है कि उक्त नेता ने उग्रवादी संगठन जेपीसी को भी हथियार उपलब्ध कराया था। उक्त नेता की कुछ अन्य मामलों में भी नाम उछले हैं।