सुबह सुबह मंदिर से आई बच्चे के चिल्लाने की आवाज़, जाकर देखा तो उड़ गए सबके होश
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: November 26, 2018 07:51 AM2018-11-26T07:51:27+5:302018-11-26T07:51:27+5:30
नालंदा जिले के खंदकपर नीलकंठ मंदिर से रविवार की सुबह एक बच्ची के चिल्लाने की आवाज आई. इसे सुन सुबह में उधर से गुजर रहे लोगों ने वहां जाकर देखा. वहां एक युवक बच्ची पर हमला कर रहा था.
पटना, 26 नवंबर: बिहार के नालंदा जिले के बिहार थाना क्षेत्र के खंदकपर में एक सिरफिरे युवक द्बारा आठ साल की बच्ची को अगवा कर उसकी बलि देने की कोशिश का सनसनीखेज मामला सामने आया है. घटना के दौरान बच्ची के चिल्लाने की आवाज सुन लोगों ने उसे बचा लिया. सिरफिरा बच्ची को बहला-फुसला कर मंदिर में ले गया था.
प्राप्त जानकारी के अनुसार नालंदा जिले के खंदकपर नीलकंठ मंदिर से रविवार की सुबह एक बच्ची के चिल्लाने की आवाज आई. इसे सुन सुबह में उधर से गुजर रहे लोगों ने वहां जाकर देखा. वहां एक युवक बच्ची पर हमला कर रहा था. बताया जा रहा है कि मंदिर में बच्ची की बलि दी जाने वाली थी. मौके पर पहुंचे लोगों ने हमलावर युवक को पकड़कर बच्ची को बचाया और बिहार शरीफ सदर अस्पताल भेजा, जहां वह भर्ती है. घटना की जानकारी मिलते ही मंदिर के पास भारी भीड़ उमड़ पड़ी.
भीड़ ने युवक को पकड़कर जमकर पीटा. लेकिन मौके पर पहुंची पुलिस उसे छुड़ाकर अपने साथ ले गई. बॉक्स बच्ची को दिया था मिठाई का लालच घायल बच्ची नालंदा के अजीज घाट निवासी संजय चौधरी की आठ साल की पुत्री कुमकुम है. वह मंदिर के पास सहेलियों के साथ खेल रही थी, तभी पटना जिला के दनियावां का निवासी बिट्टू मांझी हाथ में मिठाई लिए आया और बच्ची को मिठाई का लालच देकर अपने पास बुला लिया. बच्ची जैसे ही उसके पास पहुंची, सिरफिरे ने अपने दूसरे हाथ में रखे चाकू से उसकी गर्दन, ललाट और चेहरे पर ताबड़तोड़ कई वार कर दिए.
फिर उसे जबरन मंदिर में ले गया. घायल बच्ची और उसकी सहेलियां के शोर मचाने पर स्थानीय लोग जुट गए. बॉक्स अर्धविक्षिप्त बताया जा रहा सिरफिरा युवक पकड़ा गया युवक अर्धविक्षिप्त बताया जा रहा है. पुलिस जांच कर रही है कि वह अपने घर से 50 किलोमीटर दूर बिहा शरीफ कैसे पहुंचा और उसने मंदिर के पास खेल रही बच्ची को शिकार क्यों बनाया?
लोगों की नजर समय रहते सिरफिरे पर पड़ गई और बच्ची के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण दौड़े. इस दौरान लोगों ने देखा तो सिरफिरा बच्ची के शरीर के कुछ हिस्सों पर धारदार हथियार से प्रहार कर काट चुका था. लेकिन लोगों ने किसी तरह बच्ची को उसके चंगुल से छुड़ाया तब जाकर बच्ची की जान बची. युवक वे किन परिस्थितियों में बच्ची का बलि देने की कोशिश की इस मामले की जांच चल रही है.