महाराष्ट्र: बच्चा चोरी के शक में भीड़ ने की पांच लोगों की पीट-पीटकर हत्या, 23 लोग गिरफ्तार
By भाषा | Published: July 3, 2018 12:18 AM2018-07-03T00:18:25+5:302018-07-03T00:18:25+5:30
महाराष्ट्र के धुले जिले में भीड़ द्वारा ‘‘ बच्चा चोर ’’ होने के संदेह में पांच लोगों की पीट - पीटकर हत्या किए जाने के मामले में 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आज यह जानकारी दी। इस घटना के एक दिन बाद मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने आज प्रत्येक मृतक के परिजन को पांच लाख रुपये देने की घोषणा की।
मुंबई, 3 जुलाई। महाराष्ट्र के धुले जिले में भीड़ द्वारा ‘‘ बच्चा चोर ’’ होने के संदेह में पांच लोगों की पीट - पीटकर हत्या किए जाने के मामले में 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आज यह जानकारी दी। इस घटना के एक दिन बाद मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने आज प्रत्येक मृतक के परिजन को पांच लाख रुपये देने की घोषणा की।
पुलिस की सुस्त कार्रवाई के आरोपों को खारिज करते हुए फडणवीस ने कहा कि इस घटना के बारे में सूचित किये जाने के बाद पुलिस ने तेजी से काम किया। मुख्यमंत्री ने कहा ,‘‘ यह एक बहुत ही दर्दनाक घटना है। केवल संदेह के आधार पर पांच लोगों की हत्या कर देना , दुर्भाग्यपूर्ण और क्रूर है। पुलिस ने तेजी से कार्य किया है और लोगों (घटना में शामिल) को गिरफ्तार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि, हम मृतकों के परिजनों को पांच - पांच लाख रुपये का मुआवजा देने जा रहे हैं। ’’ धुले के पुलिस अधीक्षक एम रामकुमार ने पीटीआई - भाषा को बताया , ‘‘ घटना के सिलसिले में हमने 23 लोगों को गिरफ्तार किया है। कुछ और लोगों की पहचान की गई है और उन्हें पकड़ने के लिए पांच टीमें बनाई गई हैं। ’’
आईपीएस अधिकारी ने बताया कि यह घटना कल हुई और सभी पांचों की पीड़ितों की पहचान की जा चुकी है। उन्होंने कहा , ‘‘ सारे मृतक शोलापुर के रहने वाले हैं और एक बंजारा समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। अपने जिले में सूखे जैसे हालात के कारण वे रोजी - रोटी की तलाश में आए थे। ’’
गिरफ्तार किए गए लोगों पर आईपीसी की धारा 302 और दंगे फैलाने से जुड़ी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि घटना धुले जिले के पिम्पलनेर से 25 किलोमीटर दूर जनजाति बहुल गांव रैनपड़ा में हुई।
उन्होंने बताया कि पांचों पीड़ितों सहित कुछ अन्य को रैनपड़ा में राज्य परिवहन की एक बस से उतरते देखा गया था। जब उनमें से एक व्यक्ति ने छह साल की एक लड़की से बात करने की कोशिश की तो साप्ताहिक रविवार बाजार के लिए वहां इकट्ठा हुए ग्रामीणों ने पत्थरों , डंडों और चप्पलों से उनकी पिटाई शुरू कर दी।
पुलिस के मुताबिक , सोशल मीडिया में अफवाह फैलाई गई थी कि इलाके में ‘‘ बच्चा चोरों ’’ का गिरोह सक्रिय है। कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख अशोक चव्हाण ने आरोप लगाया कि धुले में भीड़ हत्या की घटना भाजपा की अगुवाई वाली राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन की ‘‘ अक्षमता ’’ के कारण हुई।
चव्हाण ने कहा , ‘‘ जलगांव जिले में ऐसी ही एक घटना में ‘‘ बच्चा चोर ’’ समझ कर भीड़ द्वारा कुछ लोगों की पिटाई किए जाने के मामले में भाजपा के एक विधायक भीड़ का हिस्सा थे। ’’
इस बीच , कुछ न्यूज चैनलों ने धुले की घटना की वीडियो क्लिपें दिखाई हैं जिनमें पीड़ितों की चप्पलों से पिटाई होते दिखाया गया है। फिर उन्हें रैनपड़ा ग्राम पंचायत कार्यालय ले जाया जाता है जहां डंडों से उनकी पिटाई की जाती है।
कुछ नाबालिगों को भी पीड़ितों के कॉलर पकड़ कर लात - घूंसों से उनकी पिटाई करते देखा गया। एक क्लिप में दिख रहा है कि एक पीड़ित मदद की गुहार लगा रहा है और अन्य चार के खून से सने शव फर्श पर पड़े हुए थे।
इस महीने की शुरुआत में औरंगाबाद के वजीपुर तालुका के चांदगांव में ‘‘ डकैत ’’ समझकर दो लोगों की पीट - पीटकर हत्या कर दी गई थी। असम , झारखंड , छत्तीसगढ़ , गुजरात और तेलंगाना सहित कई अन्य राज्यों से हाल के दिनों में अफवाहों के कारण भीड़ द्वारा निर्दोषों की हत्या के मामले सामने आते रहे हैं।