महाराष्ट्र: मंत्री दीपक केसरकर से जबरन वसूली करने वाले शख्स को पुलिस ने किया गिरफ्तार, जानिए पूरा मामला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: July 18, 2023 12:40 IST2023-07-18T12:33:40+5:302023-07-18T12:40:17+5:30
महाराष्ट्र सरकार के शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर से जबरन वसूली के लिए धमकी देने के मामले में मुंबई पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है।

महाराष्ट्र: मंत्री दीपक केसरकर से जबरन वसूली करने वाले शख्स को पुलिस ने किया गिरफ्तार, जानिए पूरा मामला
मुंबई: महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार में शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर से जबरन वसूली के लिए धमकी देने के मामले में मुंबई पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक मालाबार हिल पुलिस ने मलाड के रहने वाले आरोपी प्रदीप भालेकर को मंत्री केसकर के एक कर्मचारी योगेश तेलिकोचारेकर की शिकायत पर पकड़ा है।
समाचार वेबसाइट इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार मंत्री केसकर के कर्मचारी ने पुलिस को दी गई शिकायत में आरोप लगाया कि आरोपी मंत्री दीपक केसकर से दो-तीन साल पहले मिला। उस समय वो आर्थिक तंगी से जूझ रहा था तो केसरकर ने उसकी मदद की लेकिन उसके बाद से लगातार केसकर को और पैसा देने का दबाव बना रहा है और जब मंत्री केसकर ने उसे कोरने का प्रयास किया तो वह उन्हें और महाराष्ट्र सरकार के एक अन्य मंत्री को बदनाम करने की धमकी देने लगा।
पुलिस ने आरोपी प्रदीप भालेकर के खिलाफ योगेश तेलिकोचारेकर की शिकायत पर बीते शनिवार को धारा 384 (जबरन वसूली), 388 (मौत या आजीवन कारावास आदि की सजा वाले अपराध का आरोप लगाने की धमकी देकर जबरन वसूली), 504 (जानबूझकर अपमान करना) और आईपीसी की धारा 506 (आपराधिक धमकी) के आरोप दर्ज किया और उसकी गिरफ्तारी की।
इस संबंध में पुलिस ने बताया कि आरोपी भालेकर को गिरफ्तार करने के बाद उसे शनिवार को ही अदालत में पेश किया गया। जहां से कोर्ट ने आरोपी भालेकर को बुधवार तक की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक दो-तीन साल पहले मंत्री केसकर आरोपी भालेकर की वित्तीय सहायता किया करते थे और उसे 2,000-3,000 रुपये देते रहते थे।
मुंबई पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के मुताबिक मंत्री दीपक केसरकर ने आरोपी प्रदीप भालेकर की आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए समय-समय पर उसकी मदद की। हालांकि, पुलिस ने यह भी कहा कि बीते लगभग आठ महीने पहले भी भालेकर ने केसकर से पैसे मांगे और उन्होंने उसे 5,000 रुपये दिये भी थे लेकिन बाद में और पैसे की मांग करने लगा और उन्हें बदनाम करन की धमकी देने लगा।