विवेक तिवारी मर्डर पर मायावती और अखिलेश की राजनीतिक चाल, 'जातिवादी और लीपापोती में लगी योगी सरकार'
By पल्लवी कुमारी | Published: October 1, 2018 04:43 PM2018-10-01T16:43:36+5:302018-10-01T16:43:36+5:30
अखिलेश यादव ने कहा- यूपी में पुलिस ने एक आम आदमी की हत्या कर के साबित कर दिया है कि भाजपा सरकार में ‘एनकाउंटर’ की हिंसात्मक संस्कृति कितनी विकृत हो गयी है।
लखनऊ, 1 अक्टूबर: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमती नगर क्षेत्र में चेकिंग के दौरान कथित तौर पर वाहन नहीं रोकने पर एक पुलिस कांस्टेबल प्रशांत चौधरी द्वारा चलायी गयी गोली लगने से एक व्यक्ति विवेक तिवारी की मौत की घटना तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में अब बहुजम समाज पार्टी(बसपा) की सुप्रीमो मायावती और समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का बयान आया है। दोनों योगी आदित्यनाथ की सरकार की आलोचान की है।
मायावती ने क्या कहा
मायावती ने योगी आदित्यनाथ सरकार की आलोचना करते हुए कहा, 'लोग योगी के राज में काफी ज्यादा परेशान रहते हैं। इन्होंने चुनाव से पहले बड़े-बड़े सपने दिखाए थे कि बीजेपी सत्ता में आएगी तो कानून से काम होगा। लेकिन अब तो ऐसा लग रहा है कि यहां कानून व्यवस्था पूरी तरह खत्म हो चुकी है।'
मायावती ने आगे कहा, 'प्रदेश में बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। राजधानी का यह हाल है तो प्रदेश का अंदाजा लगाया ही जा सकता है। सरकार अपने मंत्रियों को भेज रही है और केवल आश्वासन दे रही है। उन्होंने यह भी कहने की कोशिश की प्रदेश में अब उच्च जातियों का शोषण किया जा रहा है।'
#WATCH BSP Chief Mayawati says, "Aisa lag raha hai ki Uttar Pradesh mein kanoon vyavastha poori tarah dhawast ho chuki hai.", on #VivekTiwari death case pic.twitter.com/NQOgOMttZF
— ANI UP (@ANINewsUP) October 1, 2018
उन्होंने यह भी कहा, 'इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ बसपा खड़ी है। सरकार से यह अपील है कि इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की जाए। मेरा यह सोचना है कि सरकार को बिना किसी हिचक और देरी किए बिना जल्द ही जांच करवाना चाहिए। मैंने अपनी पार्टी के राज्यसभा सचिव को कहा है कि वह पीड़ित परिवार से जल्द मिले और न्याय के लिए परिवार को पूरा भरोसा दिलाए।
अखिलेश याद ने क्या कहा
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, 'उप्र में पुलिस ने एक आम आदमी की हत्या कर के साबित कर दिया है कि भाजपा सरकार में ‘एनकाउंटर’ की हिंसात्मक संस्कृति कितनी विकृत हो गयी है। एक मल्टीनेशनल कम्पनी के एम्पलॉयी के मारे जाने से अंतरराष्ट्रीय निवेशकों की निगाह में भी प्रदेश की छवि विकृत हुई है।
उप्र सरकार को असंवेदनशील रवैया छोड़कर तत्काल मृतक की पत्नी के लिए सरकारी नौकरी व बच्चियों के भविष्य के लिए 5 करोड़ की आर्थिक मदद की लिखित घोषणा करनी चाहिए. परिवार की ज़िम्मेदारी क्या होती है, ये बात परिवारवाले ही जानते हैं. दुख की इस घड़ी में हम शोकाकुल परिवार के साथ खड़े हैं.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 29, 2018
अखिलेश ने एक और ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने कहा, 'उप्र सरकार को असंवेदनशील रवैया छोड़कर तत्काल मृतक की पत्नी के लिए सरकारी नौकरी व बच्चियों के भविष्य के लिए 5 करोड़ की आर्थिक मदद की लिखित घोषणा करनी चाहिए। परिवार की ज़िम्मेदारी क्या होती है, ये बात परिवारवाले ही जानते हैं. दुख की इस घड़ी में हम शोकाकुल परिवार के साथ खड़े हैं।'
मृतक की पत्नी से मिले सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक विवेक की पत्नी से अपने आवास पर मुलाकात की है। उनके साथ उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी मौजूद रहे। मृतक की पत्नी कल्पना ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री से अपनी नौकरी और बच्चों के पालन-पोषण की बात की। उन्होंने हर तरह से मदद का आश्वासन दिया है। कल्पना ने कहा कि इस मुलाकात के बाद राज्य सरकार के प्रति उनका भरोसा बढ़ गया है।
मृतक विवेक के परिजनों से मुलाकात के बाद उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा, 'मुख्यमंत्री लगातार परिस्थितियों पर नजर बनाए हुए थे। जितना कठोर कार्रवाई हो सकती थी किया गया है। परिवार के साथ सरकार का सहयोग रहा है।
क्या था मामला
विवेक आईफोन लॉन्चिंग के बाद अपनी महिला सहकर्मी के साथ लौट रहे थे। रास्ते में पुलिस ने उन्हें गाड़ी रोकने का इशारा किया तो विवेक ने दरकिनार कर दिया। कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने शक में गोली चला दी जिससे विवेक की मौत हो गई। एसपी ने बताया कि सना खान की शिकायत पर कॉन्स्टेबल के खिलाफ गोमतीनगर थाने में आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और पूछताछ जारी है।
सना खान की शिकायत के मुताबिक शुक्रवार रात वह अपने सहकर्मी विवेक तिवारी के साथ घर जा रही थी। गोमतीनगर विस्तार के पास गाड़ी खड़ी थी तभी दो पुलिस वाले आए। विवेक ने दरकिनार करते हुए बचकर निकलने की कोशिश की। सना ने आरोप लगाया कि इस दौरान कॉन्स्टेबल ने बाइक दौड़ाकर विवेक पर गोली चला दी। गाड़ी की विंडशील्ड तोड़ते हुए गोली विवेक के गले में जा धंसी।
इसके बाद विवेक की कार अंडरपास के पिलर से जा टकराई। इससे भी गहरी चोटें आई हैं। आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया जहां उनकी मौत हो गई। शव को पोस्टमार्टन के लिए भेज दिया गया है। इस हाई प्रोफाइल केस पर पुलिस के आला-अधिकारियों की नजर बनी हुई है।
वीडियो में देखें मायावती ने क्या कहा...