लॉकडाउन में बेरोजगार हो गए पिता, ऑनलाइन क्लास नहीं कर पाने से परेशान 9वीं की छात्रा ने की खुदकुशी!
By अजीत कुमार सिंह | Published: June 2, 2020 07:56 PM2020-06-02T19:56:15+5:302020-06-02T20:09:12+5:30
पुलिस के अनुसार लड़की के घर वालों के बताया कि लड़की, घर में स्मार्ट फोन नहीं होने और टीवी खराब होने परेशान थी. लड़की के पिता दिहाड़ी मजदूरी करते हैं. लॉकडाउन के वजह से वो दो महीने से बेरोज़गार थे जिसकी वजह से परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब थी.
मलापुरप्पुरमः वो 9 वीं क्लास की स्टूडेंट थी. उसने खुदकुशी कर ली, सिर्फ इस वजह से कि वो ऑलाइन क्लास नहीं कर पा रही थी. ये घटना मलापुरप्पुरम के वलांचेरी की हैं.
लड़की की उम्र 15 साल थी, वो सोमवार दोपहर से ही अपने घर से लापता थी. जब उसकी तलाश शुरू हुई तो उसी दिन शाम 6 बजे उसके घर के पास खाली पड़े एक मकान से उसका जला हुआ शव मिला. पुलिस का कहना है कि स्कूल खुलने के पहले दिन ही ऑनलाइन क्लासेज नहीं कर पाने की वजह से इस लड़की ने खुदकुशी कर ली.
पुलिस के अनुसार लड़की के घर वालों के बताया कि लड़की, घर में स्मार्ट फोन नहीं होने और टीवी खराब होने परेशान थी. लड़की के पिता दिहाड़ी मजदूरी करते हैं. लॉकडाउन के वजह से वो दो महीने से बेरोज़गार थे जिसकी वजह से परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब थी.
बच्ची के पड़ोसी और उसके स्कूल के साथी याद करते हैं कि वो पढ़ने में काफी होशियार थी. घर की दीवार पर अवार्ड लेते हुए उसकी तस्वीर, दोस्तों की कही बातों की गवाही दे रही है. मलाप्पुरम ज़िले के एस पी यू अब्दुल करीम और विधायक अब उसके घर पर सांत्वना देने पहुंचे.
एस पी यू अब्दुल करीन ने कहा " परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. वो मामले की जांच करेगी." लडकी के शव को पोस्टमार्टम के लिए मांजेरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भेज दिया गया है. इस घटना के बाद केरल के छात्र संगठन शिक्षा विभाग के सामने प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं.
इन संगठनों का कहना है कि वो सरकार से मांग करेंगे कि जब तक सभी छात्रों को ऑनलाइन क्लास करने की सुविधाए नहीं मिल जाती है तब तक ऑनलाइन क्लास बंद कर दी जाए. केरल के सबसे ज्यादा आबादी वाले ज़िले मलाप्पुरम में 64 हज़ार से ज्यादा छात्रों के पास ऑनलाइन कक्षाओं की सुविधाएं नहीं हैं.
Kerala: A class 9 student allegedly commits suicide in Malapuram, police says she was unable to attend online classes and was worried about managing studies. U Abdul Kareem, SP Mallapuram says, "The family is not financially sound and we are probing further". pic.twitter.com/ZszHbGcwUA
— ANI (@ANI) June 2, 2020
केरल में 1 जून से ही शुरू हुआ है अकादमिक सत्र
इस घटना से बस एक दिन पहले 1 जून को केरल में नए अकादमिक सत्र की शुरुआत हुई थी. जिसमें कम से कम 45 लाख छात्रों ने राज्य के शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित ऑनलाइन कक्षाओं में सोमवार को भाग लिया था. लॉकडाउन में बच्चों की पढ़ाई का नुकसान नहीं हो इस लिए सरकार ने यह व्यवस्था की है.
ऑनलाइन सत्रों को ‘पहली घंटी’ का नाम दिया गया है और इसका प्रसारण राज्य के शिक्षा विभाग के अधीन विक्टर्स चैनल द्वारा कक्षा एक से लेकर 12 तक के छात्रों के लिए वर्किंग डे पर सुबह साढ़े आठ बजे से लेकर शाम साढ़े पांच बजे तक किया जा रहा है.
कक्षाओं की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा था कि “मैं सभी छात्रों को आगामी अकादमिक सत्र के लिए शुभकामनाएं देता हूं. अध्यापक और माता पिता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बच्चे ऑनलाइन कक्षा में उपस्थित रहें.
महामारी के कारण हमें दैनिक जीवन में कुछ पाबंदियों का सामना करना पड़ रहा है। हमें सामाजिक दूरी का पालन सुनिश्चित करना होगा. स्कूलों में सामान्य कक्षा संचालित करना संभव नहीं है क्योंकि इससे विषाणु फैल सकता है। हालांकि हमें हमारे बच्चों की पढ़ाई जारी रखनी होगी.”