कासगंज हिंसा: मृतक चंदन गुप्ता के पिता की बढ़ाई गई सुरक्षा, बाइक सवारों ने दी जान से मारने की धमकी
By पल्लवी कुमारी | Published: February 2, 2018 12:05 PM2018-02-02T12:05:02+5:302018-02-02T12:45:23+5:30
चंदन के पिता का आरोप है कि 1 फरवरी की शाम बाइक सवार तीन लोगों ने उनको धमकी दी है। पिता सुशील गुप्ता ने आत्मरक्षा के लिए बंदूक का लाइसेंस देने की भी मांग की है।
उत्तर प्रदेश के जनपद कासगंज में 26 जनवरी को हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने हिंसा में मारे चंदन गुप्ता के पिता सुशील गुप्ता को पुलिस सुरक्षा दी गई है। चंदन गुप्ता के पिता को जान से मारने की धमकी मिली थी, जिसके बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा दी गई है। चंदन के पिता का आरोप है कि 1 फरवरी की शाम बाइक सवार तीन लोगों ने उनको धमकी दी है। इसके बाद चंदन गुप्ता के परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
चंदन के पिता ने पुलिस से शिकायत की थी कि कुछ लोग उन्हें धमकी दे रहे हैं। पिता सुशील गुप्ता ने आत्मरक्षा के लिए बंदूक का लाइसेंस देने की भी मांग की है। सुशील गुप्ता के मुताबिक 1 फरवरी की शाम बाइक पर आए तीन युवकों ने उनसे टकराने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी।
Security increased outside residence of #KasganjClashes victim Chandan Gupta after his father Sushil Gupta said 'the family was receiving death threats' pic.twitter.com/2VeIcNs5u1
— ANI UP (@ANINewsUP) February 2, 2018
युपी पुलिस अब तक इस मामले में आठ मुकदमे दर्ज कर चुकी है। पुलिस ने बुधवार को कासगंज घटना के मुख्य आरोपी सलीम को गिरफ्तार करते हुए अब तक 121 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। डीजीपी मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, कासगंज हिंसा में अब तक आठ मुकदमे दर्ज हुए हैं। इनके तहत 40 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। इसके साथ ही शान्ति व्यवस्था बनाये रखने के लिए धारा 151 दंप्रसं (सीआरपीसी) के अन्तर्गत अब तक 81 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस प्रकार अब तक कुल 121 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने अब तक की कार्यवाही के दौरान एक डीबीबीएल बन्दूक, दो कारतूस, एक एसबीबीएल देशी व चार कारतूस तथा आठ खोखा कारतूस बरामद बरामद किए गए हैं। इस घटना के संबंध में चिन्हित व्यक्तियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दबिशें दी जा रही हैं। इस सम्बन्ध में डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि कासगंज के हालात पूरी तरह सामान्य हैं। मुख्यालय से भेजे गए आईजी डीके ठाकुर को भी वापस बुलाया जा रहा है। हिंसा की सभी घटनाओं के दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बता दें कि इस हिंसा को लेकर सीएम योगी काफी सख्त हैं। मामले की सही से जांच हो इस वजह सोमवार 29 जनवरी को कासगंज के एसपी सुनील कुमार सिंह को हटाकर पीयूष श्रीवास्तव को तैनात कर दिया गया था। पीयूष श्रीवास्तव पुलिस अधीक्षक पीटीएस मेरठ में तैनात थे। एसपी सुनील कुमार सिंह को मेरठ भेज दिया गया है।