झारखंड: प्रधानमंत्री रिलीफ फंड के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से ठगे 52.58 लाख रुपए, चार गिरफ्तार
By एस पी सिन्हा | Published: April 17, 2020 03:00 PM2020-04-17T15:00:48+5:302020-04-17T15:00:48+5:30
प्राप्त जानकारी के अनुसार पीएम केयर रिलीफ फंड डॉट कॉम नाम से एक फर्जी वेबसाइट तैयार कर उसमें अपील की गई कि कोरोना संकट के समय गरीबों की मदद के लिए सहायता राशि इस फंड में डालें.
रांची:झारखंड में ठगों के द्वारा प्रधानमंत्री रिलीफ फंड के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से ठगी किये जाने का मामला प्रकाश में आने के बाद पुलिस ने हजारीबाग सदर थाना इलाके से चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इस फर्जी वेबसाइट के माध्यम से लोगों से अबतक 52.58 लाख रुपए की ठगी किये जाने की बात सामने आ चुकी है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार पीएम केयर रिलीफ फंड डॉट कॉम नाम से एक फर्जी वेबसाइट तैयार कर उसमें अपील की गई कि कोरोना संकट के समय गरीबों की मदद के लिए सहायता राशि इस फंड में डालें. वेबसाइट में जिन अकाउंट का उल्लेख किया गया, उसमें खाताधारक का नाम भी पीएम केयर लिखा गया था. जब पंजाब नेशनल बैंक हजारीबाग की बड़ी बाजार शाखा के मैनेजर सुजीत कुमार सिंह और यूनियन बैंक शाखा अन्नदा चौक के मैनेजर अमित कुमार ने उक्त खाता को सर्च किया तो दोनों खाता के खाताधारक सगे भाई निकले.
ये लोग मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. इस पर शाखा प्रबंधक को संदेह हुआ. उन्होंने सदर थाने में अलग-अलग आवेदन देकर फर्जी वेबसाइट और अकाउंट के माध्यम से कुल 52.58 लाख का डिजिटल माध्यम से ठगी करने का उल्लेख किया था. इसके बाद पुलिस जब जांच में जुटी तो राज खुलता गया.
बताया जाता है कि पुलिस के द्वारा की जा रही जांच के दौरान मुफस्सिल थाना के ग्राम पौता निवासी विकास मुर्मू के खिलाफ सात लाख और गुरहेत टोला दहवा निवासी बबलू हेंब्रम के बैंक खाते में 11 लाख रुपए ट्रांजेक्शन किए जाने के प्रमाण मिले हैं. वहीं, मुख्य सरगना ओरिया निवासी परमेश्वर साहू अभी भी फरार चल रहा है.
पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार उसके ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. इस मामले में पुलिस पहले ही दो आरोपियों नूर हसन और मो. इफ्तेखार (दोनों सगे भाई) को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. पुलिस अभी और भी तह में जाकर सच्चाई का पता लगाने में जुटी है.