झारखंड: अंकिता की मौत से आहत मुस्लिम समाज ने भी आरोपियों शाहरूख और नईम को लिए मांगी फांसी की सजा
By एस पी सिन्हा | Published: August 31, 2022 05:37 PM2022-08-31T17:37:11+5:302022-08-31T17:43:36+5:30
झारखंड के दुमका में आरोपी शाहरुख और नईम के हाथों जलाई गई अंकिता के मामले में उसके मुहल्ले जरुवाडीह में रहने वाले अल्पसंख्यक समाज के लोग बुत गुस्सा है और वो लोग आरोपी शाहरुख और नईम के लिए फांसी की मांग कर रहे हैं।
रांची:झारखंड के दुमका शहर के जरुवाडीह की अंकिता को उसी को मोहल्ले के शाहरुख और नईम ने पेट्रोल छिड़क कर जिन्दा जला डाला, जिससे उसकी मौत हो गई। अब अंकिता को न्याय दिलाने के लिए पूरे झारखंड में लोग आंदोलन कर रहे हैं। आम लोगों में इस हत्या को लेकर बेहद गुस्सा है।
यहां तक कि अंकिता के मुहल्ले जरुवाडीह में अल्पसंख्यक समाज के लोग भी शाहरुख और उसके सहयोगी नईम की करतूत से खफा हैं। इस बीच पुलिस के समक्ष दिए गए बयान में नईम उर्फ छोटू ने स्वीकार किया है कि घटना को अंजाम देने से पूर्व दोनों ने अंकिता के घर की रेकी की थी।
नईम ने बताया है कि अंकिता के घर के पीछे दो कमरे में एक-एक खिड़कियां हैं। घर की बाईं ओर के कमरे में खिड़की से एकदम सटा एक बेड लगा है। इसी बेड पर अंकिता सोती थी। दोनों घटना वाली रात भी रेकी कर यह सुनिश्चित हो गए कि अंकिता उसी बेड पर सोई हुई है और फिर सुबह ठीक चार बजे दोनों वहां पहुंचे।
नईम के मुताबिक शाहरुख ने पेट्रोल के बोतल का ढक्कन खोलकर उसके शरीर पर खिड़की से छिड़क दिया और माचिस की जलती हुई तिली फेंककर आग लगा दी। उसने पुलिस को बताया कि शाहरुख ने ही उससे गोशाला रोड में स्थित एक पेट्रोल पंप से 60 रुपये का पेट्रोल मंगवाया था।
वहीं, अंकिता हत्याकांड मामले में पुलिस अनुसंधान आगे बढ़ने के बाद मुख्य आरोपित शाहरुख हुसैन और उसके सहयोगी नईम पर आईपीसी की धारा 302 और पोक्सो एक्ट की धाराएं लगाई गई हैं। जबकि इससे पूर्व इस मामले में घटना के बाद 23 अगस्त को पुलिस ने आरोपित शाहरुख पर धारा 326, 307, 506 के तहत प्राथमिकी दर्ज किया था। इसके ठीक अगले 24 अगस्त को पुलिस ने मामले में 326ए जोड़ दी।
इस दिल दहला देने वाली घटना से जरुवाडीह मोहल्ले के अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भी चाहते हैं कि शाहरुख और नईम को फांसी की सजा हो। जरुवाडी मुहल्ले के निवासी परवेज अली ने कहा कि अंकिता के साथ बहुत ही जघन्य अपराध हुआ है। परवेज अली संयोग से अंजुमन इस्लामिया मदरसा कमेटी जामा मस्जिद के सदर(अध्यक्ष) भी हैं।
परवेज अली ने कहा कि अंकिता हमारे गांव की बेटी थी। उसकी निर्दयतापूर्वक हत्या कर शाहरुख ने हमारे समाज पर बहुत बड़ा धब्बा लगा दिया। हम लोगों की मांग है कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर रही कोर्ट से मांग कर रहे हैं कि जितनी जल्दी इस मामले की सुनवाई पूरी हो और अदालत दोनों दोषियों को सीधे फांसी की सजा दे।
वहीं जरुवाडीह की महिलाएं भी अंकिता की इस जघन्य हत्या से काफी दुखी हैं। इस मोहल्ले के मोहम्मद शमशेर कहते हैं कि शाहरुख को अगर फांसी हो जाती है तो उसके शव को भी हम लोग गांव में घुसने नहीं देंगे। पंचायत समिति के सदस्य रौशन अली ने कहा कि शाहरुख के इस आपराधिक कृत्य से हम लोग काफी दुखी हैं।
उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए तो शाहरुख के परिवार का भी समाजिक बहिष्कार होना चाहिए। कानून अपना काम करेगा पर सामाजिक स्तर पर हम लोग ऐसे लोगों को समाज से नहीं निकालेंगे तो सदियों से चला आ रहा हिन्दू-मुस्लिम एकता पर गलत असर पड़ेगा। हिन्दू हो या मुस्लिम समाज की गंदगी को तो साफ होना ही चाहिए।