झारखंड के दुमका में हुई अंकिता की मौत पर हाईकोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान, पीड़ित परिवार के घर की सुरक्षा बढ़ाने का दिया निर्देश
By एस पी सिन्हा | Published: August 30, 2022 05:03 PM2022-08-30T17:03:04+5:302022-08-30T17:03:04+5:30
हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन और न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने इस मामले से जुड़ी फाइलों के साथ डीजीपी और मुख्य सचिव को भी तलब किया है।
रांची:झारखंड के दुमका में हुई अंकिता सिंह की मौत के मामले को लेकर राज्य के कई जिलों में उबाल की स्थिती है। कई संगठन अंकिता की हत्या के आरोपी शाहरुख को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं।
इसी बीच निर्दलीय विधायक सरयू राय ने कहा है कि ऐसे दोषियों को चौराहे पर गोली मार देनी चाहिए। इस बीच अंकिता की मौत के मामले में एसआईटी अपनी जांच शुरू कर दी है। वहीं, हाईकोर्ट ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया है। अदालत ने राज्य के गृह सचिव और डीजीपी को तलब किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन और न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने इस मामले से जुड़ी फाइलों के साथ डीजीपी और मुख्य सचिव को भी तलब किया है।
इसके साथ ही अदालत ने डीजीपी और दुमका एसपी को निर्देश दिया है कि तत्काल अंकिता के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराया जाए। साथ ही कहा कि जल्द से जल्द अनुसंधान कर इस मामले में चार्जशीट दाखिल करें। खंडपीठ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसे जनहित याचिका में तब्दील कर दिया। हाईकोर्ट ने मौखिक रूप से कहा कि यह घटना अमानवीय है।
प्रशासन को ऐसी घटनाओं में त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए। खंडपीठ ने सरकार से सवाल किया कि क्या देवघर में बर्न वार्ड नहीं है? कोर्ट ने कहा कि देवघर में एम्स है। क्या वहां ऐसी घटनाओं में घायल मरीजों के इलाज के लिए इंतजाम हैं? देवघर स्थित एम्स में बर्न वार्ड है या नहीं? सरकार से इस मामले में कोर्ट ने जवाब दाखिल करने के लिए कहा है।
इस बीच, एडीजी मुख्यालय एमएल मीणा ने बताया कि मामले में अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मामले में हर नजरिए से जांच जारी है। उन्होंने बताया कि अंकिता की हत्या का मामला काफी गंभीर है, इसलिए जांच के लिए बनाई गई एसआईटी की निगरानी पुलिस अधीक्षक करेंगे।
आज सीआईडी के डीएसपी संदीप कुमार गुप्ता के नेतृत्व में 10 सदस्यीय जांच दल दुमका में अंकिता के घर पर पहुंचा। टीम में सीआईडी, फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी और फिंगर प्रिंट ब्यूरो के सदस्य शामिल हैं। इस संबंध में डीएसपी संदीप कुमार गुप्ता ने कहा कि हमलोग साक्ष्य जमा करने आये हैं। जिसे बाद में कोर्ट में प्रस्तुत किया जाएगा। साक्ष्य जमा किये जा रहे हैं। पीड़ित परिवार के घर की सुरक्षा बढा दी गई है।
वहीं, शहर में धारा 144 अब भी बरकरार है। प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए घर के बाहर पुलिस कर्मियों की तैनाती है। बीते 23 अगस्त को घटी इस विभत्स घटना के बाद परिवार की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस बल की तैनाती की है।
बता दें कि एकतरफा प्यार में विफल रहने के बाद शाहरूख हुसैन नामक युवक ने 23 अगस्त, 2022 को पेट्रोल छिड़कर उसके ही घर में ही जला दिया था। बेहद गंभीर स्थिति में उसे दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद बेहतर इलाज के लिए उसे रिम्स, रांची रेफर कर दिया गया था। जहां इलाज के क्रम में रविवार को अंकिता की मौत हो गयी।