झारखंड में दिल दहला देने वाली घटना, मां ने तीन बच्चों को बक्से में बंद करके जिंदा जलाकर मारा, खुद को भी किया आग के हवाले
By एस पी सिन्हा | Updated: June 9, 2020 19:13 IST2020-06-09T19:13:25+5:302020-06-09T19:13:25+5:30
परसन ओपी अंतर्गत पुरे खुर्द गांव में आज सुबह करीब आठ बजे रवींद्र यादव की पत्नी सोनिया देवी ने अपने दो मासूम बच्चों को एक बक्से में बंद कर आग लगाकर हत्या कर दी. इसके बाद अपने एक बेटे संग खुद को रजाई में बंद कर आग लगा ली.

महिला के पिता का आरोप है कि उसकी बेटी और बचों की हत्या कर दी गई है.
रांचीः झारखंड के गिरिडीह जिले के परसन ओपी क्षेत्र में में आज सुबह दिल दहला देने वाली घटना हुई. मां ने अपने तीन बच्चों को बक्से में बंद करके जिंदा जला डाला. इसके बाद खुद को भी आग लगा दी. इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई. घटना के बाद गांव में मातम पसर गया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार परसन ओपी अंतर्गत पुरे खुर्द गांव में आज सुबह करीब आठ बजे रवींद्र यादव की पत्नी सोनिया देवी ने अपने दो मासूम बच्चों को एक बक्से में बंद कर आग लगाकर हत्या कर दी. इसके बाद अपने एक बेटे संग खुद को रजाई में बंद कर आग लगा ली.
महिला व उसके बेटे की हालत गंभीर थी. सूचना पाकर परसन ओपी प्रभारी रामाशंकर उपाध्याय पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने गंभीर रूप से जख्मी मां-बेटे को राजधनवार सामुदायिक अस्पताल में भर्ती कराया. जांच के बाद डॉक्टर ने तीसरे बच्चे को भी मृत घोषित कर दिया.
महिला का घर में दूध को लेकर विवाद हुआ था
बताया जा रहा है महिला का घर में दूध को लेकर विवाद हुआ था. इसके बाद उसने यह आत्मघाती कदम उठाया. वहीं दूसरी ओर महिला के पिता का आरोप है कि उसकी बेटी और बचों की हत्या कर दी गई है. पुलिस हर एंगल से मामले की जांच में जुटी है. जिस दौरान यह घटना हुई, उस समय महिला का पति खेत में काम करने गया हुआ था.
वहीं, ग्रामीणों ने बताया कि महिला का घर में दूध लेने-देने को लेकर विवाद हुआ था. इसी बात पर घर में झगडे़ भी हुए. पड़ोसियों के मुताबिक इस बात पर पंचायत भी बैठी थी. जिसमें महिला के मायके से भी लोगों को बुलाया गया था. अपने घर से लोगों को बुलाए जाने से महिला नाराज चल रही थी.
महिला को पास के अस्पताल में ले जाया गया जहां इलाज के दौरान महिला ने भी दम तोड़ दिया
आज सुबह जब उसका पति खेत में काम करने गया तो महिला ने दो बेटों और एक बेटी को बक्से में बंद करके आग लगा दी. इसके बाद भी खुद को भी आग लगा दी. चीख पुकार सुन कर लोग पहुंचे और किसी तरह आग बुझाई. महिला को पास के अस्पताल में ले जाया गया जहां इलाज के दौरान महिला ने भी दम तोड़ दिया.
वहीं, ओपी प्रभारी रामाशंकर उपाध्याय ने बताया कि घटना का कारण क्या है, यह फिलहाल पता नहीं चल सका है. सुबह गोहाल(गौशाला) की सफाई करने के बाद सोनिया अपने नए घर का दरवाजा अंदर से बंद कर ली. इसके बाद उसने अपने पांच साल की बेटी सुमन कुमारी एवं डेढ़ साल के एक बेटे को एक बक्से में बंद कर दिया.
दोनों मासूम अभी कुछ समझ पाते, इसके पहले ही किरासन तेल छिड़ककर बक्से में आग लगा दी. इसी दौरान उसने रजाई में किरासन तेल छिडकर अपने आठ साल के बेटे दिलीप यादव को अपने संग उस रजाई से लपेटकर आग लगा ली. बालक दिलीप जान बचाने की कोशिश करता रहा, लेकिन इस मां का दिल नहीं पिघला.
इस बीच आग का धुआं एवं बालक की चीख सुनकर बगल में स्थित पुराने घर से लोग दौडे. दरवाजा को तोडकर लोग अंदर घुसे. दोनों मासूमों को बक्से से बाहर निकाला. दोनों की मौत हो चुकी थी. इधर सोनिया देवी एवं उसके बडे़ बेटे दिलीप यादव बुरी तरह से झुलसे हुए थे. वहीं, जब इस बात की जानकारी महिला के परिजनों को हुई तो इस घटना को हत्या करार दिया. उनका कहना है कि उनकी बेटी इस तरह की वारदात नहीं कर सकती. मामले की सही तरीके से जांच होनी चाहिए.