Jharakhand ATS Action: रांची डॉक्टर इश्तियाक अहमद तैयार कर रहा था अलकायदा आतंकी, बड़े हमले की तैयारी!, 74.39 करोड़ रुपये में लिया था जमीन
By एस पी सिन्हा | Updated: August 24, 2024 15:01 IST2024-08-24T14:57:35+5:302024-08-24T15:01:01+5:30
Jharakhand ATS Action: अस्पताल के मेडिकल निदेशक डॉ विजय मिश्रा ने बताया कि मामले की जानकारी होते ही अस्पताल से उनका करार खत्म हो गया है।

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Jharakhand ATS Action: भारत में रहकर अलकायदा मॉड्यूल के जरिए देश के अंदर आतंकी गतिविधि को अंजाम देने के इरादे से संगठन को मजबूत करने को लेकर साजिशें चलने की जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं। इस पूरे नेक्सस के मास्टरमाइंड डॉक्टर इश्तियाक अहमद को एटीएस की टीम ने झारखंड की राजधानी रांची से गिरफ्तार किया था। ये मॉड्यूल देश के भीतर ‘खिलाफत’ की घोषणा करने और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश में जुटा था। जानकारी के अनुसार, इसे लेकर ही आतंकियों की ट्रेनिंग भी राजस्थान के भीवाड़ी में कराई जा रही थी।
डॉ इश्तियाक अहमद की गिरफ्तारी के बाद मेडिका अस्पताल प्रबंधन ने डॉक्टर से नाता तोड़ लिया है। अस्पताल के मेडिकल निदेशक डॉ विजय मिश्रा ने बताया कि मामले की जानकारी होते ही अस्पताल से उनका करार खत्म हो गया है। डॉ इश्तियाक अहमद रेडियोलॉजिस्ट के तौर पर पिछले कुछ वर्षों से मेडिका अस्पताल में काम कर रहा था। वह शाम के वक्त करीब डेढ़ घंटे के लिए मेडिका आता था।
अस्पताल कर्मियों ने बताया कि ऐसा कभी नहीं लगा कि उनका जुड़ाव किसी आतंकी संगठन से हो सकता है। इस बीच जांच में इंटरनेट के बडे पैमाने पर उपयोग किए जाने की जानकारी मिली है। इस बीच डॉ इश्तियाक से जुड़े एक व्यवसायी बबलू खान को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तलब किया है। बबलू खान पर आरोप है कि उसने जमीन घोटाले में शामिल होकर मनी लॉन्डरिंग की है।
ईडी इस मामले की जांच कर रही है और देख रही है कि क्या इस जमीन घोटाले का अलकायदा के आतंकी वित्तपोषण से कोई संबंध है। बताया जा रहा है कि बबलू खान डॉ. इश्तियाक के नाम पर एक अस्पताल का मालिक भी है। ईडी ने बबलू खान को 26 अगस्त को पूछताछ के लिए ईडी के रांची ऑफिस में बुलाया है।
बता दें कि 22 अगस्त को एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) की टीम ने डॉ इश्तियाक को रांची के बरियातू से गिरफ्तार किया था। बताया जा रहा है कि बबलू खान से डॉ इश्तियाक की पारिवारिक रिश्तेदारी है। ईडी ने पहले ही इस मामले में दो जमीन के टुकड़े जब्त किए हैं, जिनकी कीमत 74.39 करोड़ रुपये है। इस मामले में पहले ही 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी शामिल हैं। फिलहाल हेमंत सोरेन जमानत पर हैं।