पत्नी गई मायके तो पति ने फांसी लगाकर कर ली आत्महत्या, जानिए पूरा मामला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: March 8, 2022 17:38 IST2022-03-08T17:31:08+5:302022-03-08T17:38:08+5:30
वाराणसी के देहात क्षेत्र में ईंट-भट्टे पर ईंट पाथने का काम करने वाले एक मजदूर ने पेड़ पर फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। आत्महत्या करने वाले मजदूर का नाम धर्मेंद्र बताया जा रहा है। धर्मेंद्र के साथ काम करने वाले मजदूरों ने बताया कि पत्नी के जाने के बाद वह काफी परेशान था।

सांकेतिक तस्वीर
वाराणसी: पत्नी की नाराजगी और घर छोड़कर जाने से आहत एक पति ने फंदे से झूलकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। यह घटना वाराणसी के देहात क्षेत्र के बड़ागांव थानाक्षेत्र स्थित बिरापट्टी निमिन्दीपुर के गांव की है।
जानकारी के मुताबिक ईंट-भट्टे पर ईंट पाथने का काम करने वाले एक मजदूर ने पेड़ पर फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। आत्महत्या करने वाले मजदूर का नाम धर्मेंद्र बताया जा रहा है। धर्मेंद्र के साथ काम करने वाले मजदूरों ने बताया कि पत्नी के जाने के बाद वह काफी परेशान था। इसी वजह से उसने शीशम के पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
मृतक धर्मेंद्र के साथ काम करने वालों ने बताया कि आये दिन उसका अपनी पत्नी से झगड़ा होता था, जिसके बाद तंग आकर उसकी पत्नी दो दिन पहले बच्चों के साथ अपने मायके छत्तीसगढ़ के बिलासपुर चल गयी।
साथी मजदूरों ने बताया कि धर्मेंद्र ने ईंट पथाई के दौरान अपनी पत्नी को फोन किया और उससे बात करके वो और भी परेशान हो उठा। छोड़ी देर काम करने के बाद अचानक वह गायब हो गया। उसके बाद कब उसने फांसी लगा ली किसी को भनक तक नहीं लगी।
मंगलवार की सुबह जब सभी मजदूर काम पर जाने के लिए अपनी-अपनी झोपड़ी से निकल रहे थे, तभी एक मजदूर भागता हुआ आया और उसने धर्मेंद्र के पेड़ से लटक जाने की सूचना दी। उसके बाद सभी मजदूर साथी भागते हुए उस पेड़ के पास पहुंचे तो देखा कि धर्मेंद्र पेड़ में बंधे एक लाल कपड़े के सहारे लटका हुआ है। लाश देखकर फौरन मजदूरों ने ईंट-भट्ठे के मालिक और पुलिस को सूचना दी।
सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंची और धर्मेंद्र का शव पेड़ से नीचे उतरवाया और पंचनामा करवाकर लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मौके से ही धर्मेंद्र की पत्नी और परिजनों को भी सूचना दे दी।
जानकारी अनुसार छत्तीसगढ़ के बिलासपुर का रहने वाला 40 साल का धर्मेंद्र बीते जनवरी 2022 से बड़ागांव थाना क्षेत्र के बीरापट्टी निमिन्दीपुर गांव में एक ईंट-भट्टे पर अपनी पत्नी चांद बाई के साथ ईंट पाथने का काम करता था।
ईट भट्ठे के मालिक और अन्य मजदूरों ने बताया कि धर्मेंद्र अक्सर शराब पीता था और अपनी पत्नी से झगड़ा करता था। कई बार तो शराब के नशे में धर्मेंद्र ने अपनी पत्नी के साथ मारपीट भी की। इसी मारपीट और रोज-रोज के लड़ाई-झगड़े से तंग आकर धर्मेंद्र की पत्नी तीन दिन पहले उसे बताए बगैर अपने दोनों बच्चों के साथ अपने मायके बिलासपुर चली गयी।
पत्नी के जाने के बाद धर्मेंद्र काफी दुखी रहने लगा। फोन पर पत्नी और बच्चों से बात करने के बाद ईट-भट्टे से करीब 400 मीटर दूर स्थित एक शीशम के पेड़ में कपड़े का फंदा बनाकर झूल गया और खुद को मार डाला।