Hardoi Car Fire: पेड़ से टकराकर कार में आग, 20 साल की पत्नी और 23 वर्षीय पति जिंदा जले, कीर्ति को परीक्षा दिलाने लाया था आकाश
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 25, 2024 14:02 IST2024-05-25T14:00:09+5:302024-05-25T14:02:04+5:30
Hardoi Car Tree Fire Husband-Wife Death: हरदोई (पूर्वी) के अपर पुलिस अधीक्षक नृपेन्द्र ने बताया कि कोतवाली शहर के मोहल्ला रद्धेपुरवा रोड निवासी आकाश पाल (23) शुक्रवार को पत्नी कीर्ति (20) को बीए की परीक्षा दिलाने सांडी आया था और दोपहर बाद दोनों वापस हरदोई आ रहे थे।

सांकेतिक फोटो
Hardoi Car Tree Fire Husband-Wife Death: उत्तर प्रदेश में हरदोई जिले के हरदोई-सांडी मार्ग पर बघराई गांव के निकट एक पेड़ से टकराकर कार में आग लग जाने से उसमें सवार पति- पत्नी की जलकर मौत हो गयी। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। हरदोई (पूर्वी) के अपर पुलिस अधीक्षक नृपेन्द्र ने बताया कि कोतवाली शहर के मोहल्ला रद्धेपुरवा रोड निवासी आकाश पाल (23) शुक्रवार को पत्नी कीर्ति (20) को बीए की परीक्षा दिलाने सांडी आया था और दोपहर बाद दोनों वापस हरदोई आ रहे थे। मामले की जांच की जा रही है।
उन्होंने एक प्रत्यक्षदर्शी के हवाले से बताया कि अचानक बघराई गांव के निकट गौशाला के पास कार सड़क किनारे एक पेड़ से टकरा गई। एएसपी के अनुसार टक्कर इतनी तेज थी कि कार में आग लग गई और दंपति वाहन से निकल नहीं पाया और दोनों की जलकर मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर एएसपी नृपेंद्र, बिलग्राम के पुलिस क्षेत्राधिकारी सुनील शर्मा ,शहर कोतवाल संजय पांडेय आदि मौके पर पहुंचे।
मप्र के आगर मालवा जिले में तीन बच्चों की नदी में डूबने से मौत
मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले में दो भाई-बहनों समेत तीन बच्चों की नदी में डूबने से मौत हो गयी। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। नलखेड़ा पुलिस थाने के प्रभारी शशि उपाध्याय ने बताया कि यह घटना शुक्रवार शाम जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर चल्दा गांव में हुई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि परिवार के एक सदस्य की मृत्यु हो गई थी।
अंतिम संस्कार के बाद कुछ महिलाएं लखुंदर नदी में स्नान करने गई थीं। उन्होंने कहा कि ये तीन बच्चे भी उनके साथ थे, जब महिलाएं स्नान कर घाट पर लौटीं तो बच्चों को गायब पाया। अधिकारी ने बताया कि घटना के बारे में सूचना मिलने के बाद बच्चों की तलाश शुरू की गई। उन्होंने बताया कि बाद में राज्य आपदा आपातकालीन प्रतिक्रिया बल (एसडीईआरएफ) के कर्मियों ने बच्चों के शव बाहर निकाले।बच्चों की उम्र सात और आठ वर्ष थी।