हल्दीराम के मालिक राजेंद्र अग्रवाल को किडनैप की साजिश, ड्राइवर समेत 5 गिरफ्तार
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: July 4, 2018 00:20 IST2018-07-04T00:20:06+5:302018-07-04T00:20:06+5:30
नागपुर ब्यूरो, 4 जुलाई: हल्दीराम फूड प्रा. लि. कंपनी के निदेशक राजेंद्र अग्रवाल का अपहरण कर�..

हल्दीराम के मालिक राजेंद्र अग्रवाल को किडनैप की साजिश, ड्राइवर समेत 5 गिरफ्तार
नागपुर ब्यूरो, 4 जुलाई: हल्दीराम फूड प्रा. लि. कंपनी के निदेशक राजेंद्र अग्रवाल का अपहरण करके 50 लाख रुपए की फिरौती वसूलने की साजिश का पर्दाफाश हो गया। चोरी के मोबाइल से अग्रवाल को धमकी दिए जाने से आरोपियों को नहीं पकड़े जाने का विश्वास था। पहली बार आरोपियों ने फरवरी में अग्रवाल को शनि मंदिर के पास से अगवा करने की योजना बनाई थी। लेकिन उनकी कोशिश सफल नहीं हो सकी। इसके बाद 28 जून से अग्रवाल को मोबाइल पर लैंड लाइन और एक मोबाइल नंबर से अपहरण की धमकी देकर 50 लाख रुपए की मांग की जा रही थी। आरोपी मोबाइल पर फरवरी में शनि मंदिर के पास अपहरण की कोशिश में अग्रवाल के एक बार बचने का जिक्र भी कर रहे थे। लेकिन उनकी दूसरी कोशिश में अग्रवाल के नहीं बचने का दावा करके 50 लाख रुपए के लिए उन्हें धमका रहे थे।
धंतोली पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए पिछले 5 दिनों से आरोपियों को खोज रही थी। आखिर सोमवार की रात अग्रवाल के अपहरण की साजिश का मुख्य सूत्रधार पुराना ड्राइवर श्याम बहादुर उर्फ पप्पू शमशेर सिंह (40) पॉवर हाऊस चौक, हिवरीनगर में पुलिस टीम के हाथ लग गया। पहले उसने अग्रवाल को चाचा बताकर उनका काफी सम्मान करने का हवाला देकर पुलिस को भ्रमित किया। लेकिन अग्रवाल के मोबाइल पर कॉल करने वाले मोबाइल नंबर का लोकेशन पॉवर हाऊस चौक होने के कारण धंतोली के थानेदार दिनेश शेंडे का उस पर शक कायम था। उन्होंने पहले कुछ समय ड्राइवर से पुलिसिया सख्ती से काम लिया।
पुलिसिया सख्ती से आरोपी श्याम बहादुर सोमवार की देर रात पुलिस के सामने टूट गया। उसने बताया कि वह राजेंद्र अग्रवाल के पिता के समय से उनके ड्राइवर के तौर पर काम कर रहा था। लेकिन 6 साल पहले वर्ष 2012 में उसे काम से निकाल दिया गया। इसके बाद से श्याम बहादुर आर्थिक तंगी से गुजर रहा था। उसके मन में राजेंद्र अग्रवाल के लिए गुस्सा था। उसने चार-पांच महीने पहले अपने छह मित्रों के साथ मिलकर अग्रवाल के अपहरण की योजना बनाई। इसके चलते फरवरी में शनि मंदिर के पास अग्रवाल को किडनैप करने के लिए पहुंचे थे। परंतु मंदिर के पास भीड़ और अग्रवाल के साथ अन्य लोगों के होने से योजना सफल नहीं हो सकी। इसके बाद से लगातार अग्रवाल को अगवा करने के लिए उन पर नजर रख रहे थे।
सांसद करिया मुंडा के 4 किडनैप बॉडी गार्ड छुड़ाए गए, पुलिस ने ऐसे किया ऑपरेशन
शनि मंदिर के लोकेशन की हुई पुष्टि
फरियादी अग्रवाल की शिकायत पर पुलिस ने उनके मोबाइल सीडीआर की जांच की। आरोपियों ने उन्हें चार महीने पहले शनि मंदिर के पास से बच जाने की बात कही थी। लेकिन आगे दूसरे प्रयास में उनके नहीं बचने का दावा करके धमकाया था। पुलिस को जांच में शनि मंदिर के पास अग्रवाल और आरोपियों के लोकेशन होने की पुष्टि हुई।
5 आरोपी गिरफ्तार
मूलत: रायबरेली निवासी श्याम बहादुर बतौर ड्राइवर उनके यहां 12 साल तक काम किया था। लेकिन नौकरी से निकाले जाने से आहत था। उसे अग्रवाल की आर्थिक स्थिति और उनके आने-जाने वाले स्थानों की पूरी जानकारी थी। इसके चलते उसने अपहरण की योजना बनाई। उसने अपनी योजना में आरोपी चौरस भीमराव चव्हाण (21 वर्ष, रामबाग), रोहित राजेंद्र भुमार्डे (29 वर्ष, सक्करदरा), विनोद भूमेश्वर गेडाम (23 वर्ष, रामबाग), अतुल गोपाल पाटिल (25 वर्ष, सक्करदरा) और एक अन्य को शामिल किया। इनमें से कुछ आरोपियों पर हत्या, हत्या का प्रयास, लूटपाट जैसे मामले दर्ज हैं। पुलिस ने श्याम, चौरस, रोहित, विनोद, अतुुल को गिरफ्तार किया है। जबकि उनका छठा साथी अभी फरार है।