Gujarat coast: 3300 किग्रा मादक पदार्थ बरामद, कीमत 1300 से 2000 करोड़ रुपये, पांच विदेशी अरेस्ट, नौसेना, गुजरात पुलिस और एनसीबी ने की कार्रवाई, गृहमंत्री अमित शाह ने दी बधाई
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 28, 2024 07:58 PM2024-02-28T19:58:22+5:302024-02-28T19:59:40+5:30
Gujarat coast: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भारतीय नौसेना, स्वापक नियंत्रण ब्यूरो और गुजरात पुलिस द्वारा की गई इस संयुक्त कार्यवाई को एक ‘‘ऐतिहासिक सफलता’’ और देश को मादक पदार्थ मुक्त बनाने की दिशा में केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की अटूट प्रतिबद्धता का एक प्रमाण बताया है।
Gujarat coast: भारतीय नौसेना, गुजरात पुलिस और स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने एक संयुक्त अभियान में गुजरात तट के पास अरब सागर में एक नौका से 3,300 किलोग्राम मादक पदार्थ बरामद किए और इस संबंध में पांच विदेशियों को गिरफ्तार किया। यह समुद्र से नशीले पदार्थों की अब तक की सबसे बड़ी जब्ती है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों के अनुसार यह नौका एक ईरानी बंदरगाह से आयी थी। अधिकारियों का कहना है कि यह अब तक की किसी भी कार्रवाई में समुद्र से जब्त किये गये मादक पदार्थ की सबसे बड़ी खेप है। एनसीबी महानिदेशक एस एन प्रधान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस खेप की कीमत 1,300 से 2,000 करोड़ रुपये के बीच होने का अनुमान लगाया जा सकता है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भारतीय नौसेना, स्वापक नियंत्रण ब्यूरो और गुजरात पुलिस द्वारा की गई इस संयुक्त कार्यवाई को एक ‘‘ऐतिहासिक सफलता’’ और देश को मादक पदार्थ मुक्त बनाने की दिशा में केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की अटूट प्रतिबद्धता का एक प्रमाण बताया है।
In a successful joint operation by the Indian Navy, Gujarat Police, and NCB, a suspicious vessel carrying around 3,132 kg of drugs was apprehended off the Gujarat coast.
— Harsh Sanghavi (@sanghaviharsh) February 28, 2024
Under the guidance of PM Shri @NarendraModi ji and the leadership of HM Shri @AmitShah ji, this operation… pic.twitter.com/a9U8IK45Gu
मछली पकड़ने वाली अपंजीकृत नौका को मंगलवार सुबह अरब सागर में भारतीय तट से लगभग 60 समुद्री मील दूर और अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) के पास रोका गया था। नौसेना ने अपने समुद्री टोही विमान पी8आई और एक युद्धपोत पर समुद्री कमांडो और हेलीकॉप्टर तैनात किये। एनसीबी ने कहा कि जब्त किये गए लगभग 3,300 किलोग्राम प्रतिबंधित सामग्री में 3,110 किलोग्राम चरस या हशीश, 158.3 किलोग्राम क्रिस्टल मेथामेफेटामाइन और 24.6 किलोग्राम संदिग्ध हेरोइन शामिल है।
उसने बताया कि ये मादक पदार्थ उन पैकेट से बरामद किया गया जिन पर 'रास अवद गुड्स कंपनी, प्रोड्यूस ऑफ पाकिस्तान' की मुहर लगी हुई है। मादक पदार्थ के मूल्य की गणना के लिए कोई मानक नहीं है क्योंकि यह मात्रा, गुणवत्ता, क्षेत्र और मांग और आपूर्ति के आधार पर भिन्न होता है। हालांकि, एनसीबी के अनुसार, मोटा अनुमान है कि हशीश की अंतरराष्ट्रीय कीमत 5-10 लाख रुपये प्रति किलोग्राम और मेथ (मेथामफेटामाइन) और हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय कीमत 2-5 करोड़ रुपये प्रति किलोग्राम है।
A joint operation of the NCB, the Indian Navy, and the Gujarat ATS, led to the seizure of about 3,300 kg of drugs from a dhow about 60 nautical miles off the coast in the Indian Ocean and the arrest of five foreign nationals with suspected Pakistan links.https://t.co/8YVcUTzr3P
— The Hindu (@the_hindu) February 28, 2024
एजेंसी ने कहा कि मादक पदार्थ का स्रोत ईरान में चाबहार बंदरगाह पाया गया है। प्रधान ने दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह देश में समुद्र तट के पास से मादक पदार्थ की अब तक की सबसे बड़ी जब्ती है। हमने देखा है कि पिछले कुछ वर्षों में समुद्री मार्ग के माध्यम से मादक पदार्थ की तस्करी बढ़ गई है और इसलिए हम नौसेना, तटरक्षक, सीमा शुल्क जैसी अन्य सरकारी एजेंसियों के साथ ऐसी गतिविधियों को रोकने के लिए संयुक्त रूप से काम कर रहे हैं।’’
प्रधान ने कहा, ‘‘मादक पदार्थ तस्कर अरब सागर में भारतीय तट के जरिये तस्करी का प्रयास करते हैं। यह मादक पदार्थ का उपयोग करके देश को अस्थिर करने के षड्यंत्र का हिस्सा है।" समुद्र से आखिरी बड़ी जब्ती मई, 2023 में केरल तट के पास एनसीबी और नौसेना द्वारा की गई थी जो 2,500 किलोग्राम की थी। एनसीबी ने कहा कि उसने इस खेप के आगे और पीछे के संबंधों की जांच के लिए अपने विदेशी समकक्षों से बात करना शुरू कर दिया है। एनसीबी के उप महानिदेशक (परिचालन) ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि मछली पकड़ने वाली नौका को पोरबंदर लाया गया है और उस पर सवार पांच नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सिंह ने कहा, "वे या तो पाकिस्तानी या ईरानी हो सकते हैं। हालांकि, हमने उनके पास से कोई पहचापत्र बरामद नहीं किया है।
इन व्यक्तियों के पास से एक थुराया सैटेलाइट फोन और चार मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं।" डीडीजी ने कहा कि मादक पदार्थ के पैकेट पर एक पाकिस्तानी खाद्य कंपनी का नाम था और इसलिए उन्हें इस जखीरे के पीछे उस देश का हाथ होने का "संदेह" है, जिसके गंतव्य की जांच की जा रही है।
एनसीबी अधिकारियों ने कहा कि मादक पदार्थ परिवहन करने वाले जहाजों पर सवार तस्कर जमीन पर खरीदारों के संपर्क में रहते हैं और एक बार सौदा होने के बाद खेप भारत के सबसे दक्षिणी छोर तक कहीं भी उतारी जा सकती है। डीडीजी सिंह ने कहा कि इस अभियान को 'सागरमंथन-1' नाम दिया गया था और संयुक्त दल "पिछले कुछ सप्ताह" से मिली जानकारी पर काम कर रहा था।
नौसेना ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘‘किसी भी कार्रवाई में जब्त किए गये मादक पदार्थ की यह अब तक की सबसे बड़ी खेप है। एनसीबी के साथ मिलकर भारतीय नौसेना के मिशन के तहत तैनात निगरानी तंत्र के सम्मलित प्रयासों से यह संभव हुआ।’’
एनसीबी महानिदेशक ने कहा कि मादक पदार्थ की तस्करी से निपटना एक मुश्किल कार्य था। गृह मंत्री शाह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मादक पदार्थ मुक्त भारत’ के दृष्टिकोण के अनुरूप एजेंसियों ने मादक पदार्थ की बड़ी खेप को जब्त करने में सफलता प्राप्त की है।