झारखंड व ओडिशा की लड़कियों को दिल्ली लाकर कराया जाता था वेश्यावृत्ति, पुलिस ने गिरोह का भंडाफोड़ कर किये कई खुलासे

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 20, 2019 03:19 PM2019-07-20T15:19:16+5:302019-07-20T15:34:49+5:30

कुख्यात मानव तस्कर पन्ना लाल महतो का काफी लंबा इतिहास रहा है. पुलिस के मुताबिक, पन्ना लाल स्वयं और दलालों के माध्यम से तस्करी के पहले बच्चों को दिल्ली स्थित प्लेसमेंट एजेंसी बिरसा भगवान ट्राइबल वेलफेयर (शकूरपुर, ब्रिटानिया चौक, दिल्ली), गायत्री इंटरप्राइजेज (बी-180 शकूरपुर, नियर सम्राट सिनेमा, दिल्ली) और लक्ष्मी प्लेसमेंट सर्विस (शकूरपुर, नियर ब्रिटानिया चौक, दिल्ली) पहुंचाता था. 

Girls brought to Delhi by prostitution from Jharkhand and Odisha, police investigated the gang of several disclosures | झारखंड व ओडिशा की लड़कियों को दिल्ली लाकर कराया जाता था वेश्यावृत्ति, पुलिस ने गिरोह का भंडाफोड़ कर किये कई खुलासे

प्रतीकात्मक तस्वीर

Highlights37 वर्षीय पन्नालाल महतो खूंटी के गंलोया गांव में पैदा हुआ था. लेकिन इस शातिर ने यहां की बेटियों को भी नहीं छोड़ा. वर्ष 2002 में दिल्ली पहुंच कर इसने फर्जी प्लेसमेंट एजेंसी खोली. 

झारखंड के खुंटी से गिरफ्तार हुआ मानव तस्कर पन्ना लाल महतो झारखंड और ओडिशा के सुदूरवर्ती क्षेत्र के नाबालिग आदिवासी लड़के-लड़कियों को अपना शिकार बनाता था. इस पर करीब पांच हजार नाबालिग लड़के-लड़कियों को बेचने का आरोप है. पन्ना लाल महतो लंबे अरसे से मानव तस्करी मामले में झारखंड से दिल्ली समेत कई महानगरों में तस्करी के लिए कुख्यात रहा है. उसके द्वारा सैकडों लड़कियों को वेश्यावृत्ति के धंधे में धकेल दिये जाने की बात सामने आ रही है.

बताया जाता है कि पन्ना लाल के तार खूंटी, गुमला और सिमड़ेगा जिले से जुड़े है. यहां तक कि वह दिल्ली में स्थित प्लेसमेंट एजेंसी का संचालक भी है. कुख्यात मानव तस्कर पन्ना लाल महतो का काफी लंबा इतिहास रहा है. पुलिस के मुताबिक, पन्ना लाल स्वयं और दलालों के माध्यम से तस्करी के पहले बच्चों को दिल्ली स्थित प्लेसमेंट एजेंसी बिरसा भगवान ट्राइबल वेलफेयर (शकूरपुर, ब्रिटानिया चौक, दिल्ली), गायत्री इंटरप्राइजेज (बी-180 शकूरपुर, नियर सम्राट सिनेमा, दिल्ली) और लक्ष्मी प्लेसमेंट सर्विस (शकूरपुर, नियर ब्रिटानिया चौक, दिल्ली) पहुंचाता था. 

फिर वहां से उनको मजदूरी और वेश्यावृत्ति के लिए बडे शहरों में बेच देता था. इसी मानव तस्करी के पैसों से वह रांची, खूंटी और दिल्ली में करोडों की जमीन खरीदी है. उसका विवरण भी पुलिस के हांथ लगी है. बताया जाता है कि मानव तस्करी के आरोप में ही पन्नालाल महतो व उसकी पत्नी सुनीता कुमारी को दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच ने झारखंड पुलिस के साथ मिल कर 18 अक्तूबर 2014 को गिरफ्तार किया था.

37 वर्षीय पन्नालाल महतो खूंटी के गंलोया गांव में पैदा हुआ था. लेकिन इस शातिर ने यहां की बेटियों को भी नहीं छोड़ा. खूंटी के ही बिरसा कॉलेज से इसने 12वीं की पढाई की. वर्ष 2002 में दिल्ली पहुंच कर इसने फर्जी प्लेसमेंट एजेंसी खोली. 
 
प्राप्त जानकारी के अनुसार पन्ना लाल और उसके गिरोह की 34 प्लेसमेंट एजेंसियां हैं, जिसके जरिये मानव तस्कर का कारोबार करता था. इस संबंध में पुलिस ने सूची तैयार की है. इन एजेंसियों से पन्ना लाल को मोटी कमीशन मिलता था. उसी पैसे से पन्ना ने दिल्ली, रांची और खूंटी में करोडों की संपत्ति अर्जित की. 

इस मामले में पीएमएलए एक्ट के तहत कार्रवाई के लिए अक्तूबर 2018 में झारखंड पुलिस मुख्यालय ने प्रवर्तन निदेशालय से आग्रह किया था. हालांकि इस मामले में अभी तक कार्रवाई की बात सामने नहीं आई है. पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किये जाने के बाद पन्ना लाल महतो के और भी सच सामने आने वाले हैं कि वह अबतक कितने लडकियों को वेश्यावृत्ति के धंधे में धकेल चुका है.

Web Title: Girls brought to Delhi by prostitution from Jharkhand and Odisha, police investigated the gang of several disclosures

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