गाजीपुर नाबालिग रेप केस: आरोपी मौलवी को अदालत ने एक दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: April 28, 2018 16:34 IST2018-04-28T16:34:35+5:302018-04-28T16:34:35+5:30
गाजीपुर में एक मदरसे में नाबालिग लड़की के साथ कथित तौर पर एक नाबालिग लड़के ने बलात्कार किया था। पुलिस के अनुसार मदरसे के मौलवी को बलात्कार की जानकारी थी फिर भी उसने ये जानकारी छिपायी।

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गाजियाबाद नाबालिग रेप केस मामले के एक आरोपी मौलवी गुलाम शाहिद को अदालत ने शनिवार (28 अप्रैल) को एक दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा है। मामले के आरोपी मौलवी गुलाम राशिद को शनिवार को ही गिरफ्तार किया गया।एक किशोर ने पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर से एक बच्ची का अपहरण कर इस मदरसा में उससे कथित रूप से बलात्कार किया था। पुलिस के अनुसार मौलवी गुलाम शाहिद को मदरसे में 10 साल की लड़की के साथ होने वाले अपराध के बारे में जानता था। पुलिस मुख्य आरोपी नाबालिग को भी गिरफ्तार कर लिया है।
इस घटना की जांच कल अपराध शाखा को सौंप दी गयी थी। लड़की के पिता ने अपनी बच्ची के गुमशुदा होने के बारे में पुलिस को 21 अप्रैल को सूचना दी थी। गत 22 अप्रैल को मदरसा से दिल्ली पुलिस की टीम ने लड़की को मुक्त कराया था। पुलिस ने बताया कि मदरसा से लड़की को छुड़ाने के बाद किशोर गिरफ्तार किया गया था। नाबालिग बच्ची ने पुलिस को दिए बयान में कहा है कि कुछ अन्य लोगों ने भी उसे "गलत तरीके" से छुआ था। पुलिस पड़ताल कर रही है कि क्या बच्ची से और लोगों ने भी यौन शोषण किया था।
पुलिस ने गुलाम शाहिद पर पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस गुलाम शाहिद के फोन रिकॉर्ड की जाँच कर रही है। पुलिस गुलाम शाहिद के पास मिले कुछ दस्तावेज की भी पड़ताल कर रही है। पुलिस ने शाहिद के परिजनों से भी पूछताछ की है। गुलाम शाहिद ने दावा किया था कि वो घटना के दिन मरदसे में मौजूद नहीं था। पुलिस इसकी तस्दीक कर रही है। जिस कमरे में घटना हुई वो मस्जिद के अंदर है और मस्जिद के व्यवस्थापकों ने करीब एक साल पहले शाहिद को वहां मदरसा चलाने के लिए कमरा दिया था।
पीड़िता के परिजनों ने शुक्रवार (27 अप्रैल) को नई दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाके में अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए विरोध प्रदर्शन किया था। पीड़िता के परिवार एवं अन्य स्थानीय लोगों ने कैंडल मार्च भी निकाला। कुछ लोगों ने मौलवी के घर पर पथराव भी किया।