Ghaziabad Encounter: गाजियाबाद एनकाउंटर को लेकर उठे कई सवाल, सभी आरोपियों को एक ही जगह लगी चोट
By रुस्तम राणा | Published: November 19, 2021 11:14 AM2021-11-19T11:14:31+5:302021-11-19T11:17:58+5:30
19 साल के आरोपी शोएब के पिता मोहम्मद इस्लाम ने पुलिस पर यह आरोप लगाया है कि उन्हें फंसाया जा रहा है। उन्होंने धर्म के आधार पर अपने बेटे को फंसाने की बात कही।
गाजियाबद: करीब एक सप्ताह पहले लोनी में हुई पुलिस और गौ तस्करों के बीच मुठभेड़ को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। दरअसल बीते 11 नवंबर को सुबह 6:10 बजे हुए इस एनकाउंटर में सातों आरोपियों शोएब, मुस्तकीन, सलमान, मोनू, इंतजार, नजीम और एक अन्य युवक को पैरों में गोली मारी गई हैं। इन सातों आरोपियों के पैरों में एक तरह की चोट आई हैं। यह एनकाउंटर लोनी पुलिस थाने के एसएचओ राजेन्द्र त्यागी के नेतृत्व में किया गया था, जिन्हें फिलहाल सस्पेंड कर दिया गया है। हालांकि उन्हें गोपनीय दस्तावेज को वायरल और गैरहाजिर रहने के चलते सस्पेंड किया गया है और पुलिस ने इस एनकाउंटर की जांच के भी आदेश दे दिए हैं।
आरोपियों के घरवालों ने उठाए कई सवाल
19 साल के आरोपी शोएब के पिता मोहम्मद इस्लाम ने पुलिस पर यह आरोप लगाया है कि उन्हें फंसाया जा रहा है। उन्होंने धर्म के आधार पर अपने बेटे को फंसाने की बात कही। पुलिस एनकाउंटर में गोली मारने वाले पुलिस को लेकर उन्होंने कहा कि अगर इनका निशाना इतना अच्छा है तो ये पुलिस में क्या कर रहे हैं इन्हें तो खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहिए। वहीं अशोक विहार में रहने वाला आरोपी इंतजार के परिवार वालों ने बताया कि वह अपने नाबालिग भाई के साथ कबाड़ी की दुकान में ही काम करते थे। हालांकि पुलिस इंतजार के भाई के नाबालिग होने की जांच कर रही है।
एनकाउंटर के बाद इंस्पेक्टर का हुआ तबादला
इस संदिग्ध एनकाउंटर के बाद इंस्पेक्टर राजेन्द्र त्यागी का इंद्रापुरम में तबादल कर दिया गया था, जिसको लेकर उन्होंने जीडी में यह लिखा था कि इससे उनका मनोबल टूटा है। उन्होंने कुछ दिनों के लिए कार्यमुक्त होने के लिए कहा था। एसएसपी पवन कुमार ने बताया कि एक रूटीन ट्रांसफर में जीडी में गलत तरीके से लिखने, फिर गोपनीय दस्तावेज को वायरल और गैरहाजिर रहने के चलते राजेंद्र त्यागी को सस्पेंड किया गया है। वहीं बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर इंस्पेक्टर के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने पुलिस पर यह आरोप लगाया है कि उन्होंने गौतस्करों लाखों रुपयें की घूस लेकर इंस्पेक्टर त्यागी का तबादल कर दिया है।
एनकाउंटर को लेकर पुलिस का वर्जन
दरअसल, गोहत्या के संबंध में एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करने गई पुलिस पर आरोपियों ने सात राउंड फायरिंग की पुलिस की जवाबी कार्रवाई में सभी आरोपियों के पैर में चोट लग गई। उन्होंने आरोपियों के पास से तीन जानवरों के शव, सात देसी पिस्तौल, दो कुल्हाड़ी, पांच चाकू और प्लास्टिक के तार के दो बंडल बरामद करने का दावा किया है।