फरीदाबाद DCP आत्महत्या मामले में SIT गठित, सुसाइड नोट, ब्लैकमेलिंग, SHO व पत्रकार की गिरफ्तारी, जानें इस केस की अहम कड़ियां

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 16, 2019 09:11 IST2019-08-16T09:11:32+5:302019-08-16T09:11:32+5:30

फरीदाबाद के डीसीपी विक्रम कपूर आत्महत्या: विक्रम कपूर मूल रूप से अंबाला के रहने वाले थे और हरियाणा पुलिस में सहायक उपनिरीक्षक के रूप में भर्ती हुए थे। पदोन्नति के बाद वह डीसीपी बने और पिछले करीब दो साल से फरीदाबाद में पदस्थ थे। विक्रम कपूर के परिवार में दो बेटे और पत्नी हैं। उनका एक बेटा पंचकूला में रहता है, जबकि दूसरा बेटा उनके साथ ही रहता था। विक्रम कपूर 1983 में एएसआई के पद पर भर्ती हुए थे। बाद में वह प्रमोट होकर आईपीएस बन गए थे।

faridabad dcp vikram kapoor suicide case sit will investigate this matter all details about case | फरीदाबाद DCP आत्महत्या मामले में SIT गठित, सुसाइड नोट, ब्लैकमेलिंग, SHO व पत्रकार की गिरफ्तारी, जानें इस केस की अहम कड़ियां

फरीदाबाद DCP आत्महत्या मामले में SIT गठित, सुसाइड नोट, ब्लैकमेलिंग, SHO व पत्रकार की गिरफ्तारी, जानें इस केस की अहम कड़ियां

Highlightsविक्रम कपूर के साथ काम करने वाले पुलिस अधिकारियों के मुताबित वह काफी मिलनसार और बेहतर अधिकारी थे।डीसीपी के बेटे अर्जुन कपूर ने शिकायत में कहा कि उनके पिता को पिछले डेढ़ महीने से अब्दुल शहीद, एसएचओ व सतीश मलिक मानसिक तौर पर तंग कर रहे थे।

फरीदाबाद डीसीपी (एनआईटी) विक्रम कपूर आत्महत्या मामले में हरियाणा पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुये जांच के लिए एसआईटी (SIT) का गठन किया है। 14 अगस्त को मॉर्निग वॉक से लौटकर मुंह के अंदर सर्विस रिवाल्वर रख कर अपने सरकारी आवास पर विक्रम कपूर ने खुद को गोली मारी थी।  शुरुआती जांच और सूइसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने भूपानी थाना प्रभारी अब्दुल शहीद और एक पत्रकार सतीश को हिरासत में लिया है। पुलिस ने डीसीपी का मोबाइल कब्जे में लेकर डेटा व कॉल रेकार्ड की जांच कर रही है। सुसाइड नोट से मामले में ब्लैकमेलिंग का भी एंगल सामने आया है। फिलहाल अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि आखिर थाना प्रभारी अब्दुल शहीद और पत्रकार सतीश डीसीपी को किस बात के लिये ब्लैकमेल कर रहे थे। 

विक्रम कपूर की सेवानिवृत्ति को अभी एक साल बाकी था। घर से एक सूइसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने खुद को ब्लैकमेलिंग का प्रताड़ित बताया। ब्लैकमेल करने का आरोप एक इंस्पेक्टर व एक पत्रकार पर लगा है। दोनों को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि एनआईटी क्षेत्र के डीसीपी विक्रम कपूर पिछले एक साल से इस पद पर तैनात थे और उन्हें 2020 में सेवानिवृत्त होना था। 

विक्रम कपूर की पत्नी के मुताबिक, सुबह जगने के बाद बुधवार (14 अगस्त) को कपूर सामान्य थे। लेकिन जैसे ही डीसीपी की नजर मोबाइल पर गई तो वह परेशान हो उठे। फोन में किसी का मैसेज देखकर वो घबरा गये थे। 

पुलिस ने आत्महत्या की जांच सूइसाइड नोट के आधार पर शुरू की है। अंग्रेजी में लिखे गए नोट की पहली लाइन है ..I am doing due to अब्दुल, अब्दुल इंस्पेक्टर - He was blackmailing. इस नोट का जिक्र डीसीपी के बेटे ने पुलिस को दी शिकायत में किया है।  डीसीपी के बेटे अर्जुन कपूर ने शिकायत में कहा कि उनके पिता को पिछले डेढ़ महीने से अब्दुल शहीद, एसएचओ व सतीश मलिक मानसिक तौर पर तंग कर रहे थे। 

Web Title: faridabad dcp vikram kapoor suicide case sit will investigate this matter all details about case

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