प्रोविडेंट फंड (पीएफ) की पोर्टल हैक, 2.7 करोड़ लोगों के डाटा चोरी, ईपीएफओ ने किया खारिज
By भाषा | Published: May 2, 2018 08:49 PM2018-05-02T20:49:47+5:302018-05-02T20:49:47+5:30
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ( ईपीएफओ ) ने अपने एक आनलाइन सामान्य सेवा केंद्र ( सीएससी ) के जरिये प्रदान की जाने वाली सेवाएं रोक दी हैं।
नयी दिल्ली, दो मई: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ( ईपीएफओ ) ने अपने एक आनलाइन सामान्य सेवा केंद्र ( सीएससी ) के जरिये प्रदान की जाने वाली सेवाएं रोक दी हैं। ईपीएफओ का कहना है कि उसने सीएससी की ‘ संवेदनशीलता की जांच ’ लंबित रहने तक इन सेवाओं को रोका है। हालांकि , ईपीएफओ ने सरकार की वेबसाइट से अंशधारकों के डेटा लीक की किसी संभावना को खारिज किया है।
ईपीएफओ का यह बयान इन खबरों के बाद आया है कि हैकर्स ने इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय के तहत आने वाले साझा सेवा केंद्र द्वारा चलाई जाने वाली वेबसाइट aadhaar.epfoservices.com से अंशधारकों का डेटा चोरी किया है। ये रपटें ईपीएफओ केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त वी पी जॉय द्वारा सीएससी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दिनेश त्यागी को लिखे पत्र पर आधारित हैं।
यह रिपोर्ट वायरल होने के बाद ईपीएफओ ने बयान जारी कर कहा , ‘‘ डेटा या सॉफ्टवेयर की संवेदनशीलता को लेकर चेतावनी एक सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया है। इसी आधार पर सीएससी के जरिये प्रदान की जाने वाली सेवाओं को 22 मार्च , 2018 से रोक दिया गया है। ’’
ईपीएफओ ने कहा कि ये रिपोर्ट सीएससी के जरिये सेवाओं के बारे में है और इनका ईपीएफओ सॉफ्टवेयर या डेटा केंद्र से लेना देना नहीं है।
ईपीएफओ ने कहा कि डेटा लीक की अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है। डेटा सुरक्षा और संरक्षण के लिए ईपीएफओ ने अग्रिम कार्रवाई करते हुए सर्वर को बंद कर दिया है। जांच पूरी होने तक सीएससी के जरिये सेवाएं प्रदान नहीं की जाएंगी।
ईपीएफओ ने आगे कहा कि किसी तरह की चिंता की जरूरत नहीं है। डेटा लीक की किसी भी संभावना को रोकने के लिए हरसंभव उपाय किए गए हैं। भविष्य में इस बारे में सतर्कता बरती जाएगी।