झारखंड: ED ने जामताड़ा के साइबर अपराधियों की संपत्ति जब्त की, करीब 66 लाख रुपये हुए जमा
By एस पी सिन्हा | Published: March 11, 2021 05:52 PM2021-03-11T17:52:19+5:302021-03-11T18:00:32+5:30
आरोपियों के खिलाफ एटीएम से रकम की निकासी, बैंक अधिकारी होने का झांसा देकर लोगों से जालसाजी करने के संबंध में मामले दर्ज किए गए थे।
झारखंड के जमताड़ा जिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने साइबर अपराधियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए पांच साइबर अपराधियों की संपत्ति जब्त कर ली है। इसका कागजी मूल्य 66 लाख रुपये है। इनमें चार गाडियां, बैंक में जमा पैसा और मिरगा गांव के तीन मकान शामिल हैं। साइबर अपराधियों के खिलाफ मनी लाउंड्रिंग के आरोप की जांच इडी कर रही है। जिन साइबर अपराधियों की संपत्ति जब्त हुई है, उनमें प्रदीप मंडल, संतोष मंडल, अंकुश मंडल, गणेश मंडल और पिंटू मंडल शामिल हैं।
ईडी ने आज बताया कि धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत पांच आरोपियों के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है। जब्त संपत्ति में जामताडा के नारायणपुर थाना क्षेत्र स्थित मिरगा गांव में तीन अचल संपत्ति (आवास) और चार वाहन शामिल हैं। यहां बता दें कि साइबर अपराध का हब बने झारखंड के जामताड़ा में पिछले दिनों पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों ने कार्रवाई तेज कर दी है।
ईडी ने झारखंड पुलिस की प्राथमिकी और दाखिल आरोपपत्र का संज्ञान लेने के बाद आरोपियों के खिलाफ पीएमएलए के तहत आपराधिक आरोप लगाए हैं। आरोपियों के खिलाफ एटीएम से रकम की निकासी, बैंक अधिकारी होने का झांसा देकर लोगों से जालसाजी करने के संबंध में मामले दर्ज किए गए थे। जांच में पाया गया कि साइबर अपराधी बैंक अधिकारी बनकर लोगों को फोन करते हैं। इसके बाद संबंधित व्यक्ति से बैंक डिटेल लेकर उसके खाते से रुपये की निकासी कर लेते हैं। जालसाजी कर कमाई गई रकम से संपत्ति खरीदी जाती है।
प्रदीप मंडल सहित अन्य साइबर अपराधियों ने ठगी के पैसे से घर बनाया, गाडियां खरीदी और बैंकों में अपने व पारिवारिक सदस्यों के नाम पर रुपये जमा किये। ईडी ने जांच के बाद प्रदीप मंडल सहित अन्य के खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दायर कर दिया है। ईडी द्वारा दायर आरोप पत्र के आलोक में आरोप गठन के बाद साइबर अपराधियों के खिलाफ ट्रायल चलाया जा रहा है। ईडी ने जामताड़ा के नारायणपुर थाने की पुलिस की 22 जुलाई 2016 को दाखिल चार्जशीट के आधार पर इस केस को टेकओवर किया था और मनी लाउंड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की थी। नारायणपुर थाने की चार्जशीट के आधार पर ईडी के रांची जोन कार्यालय ने पूरे मामले की छानबीन शुरू की थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ईडी ने मई 2019 में रांची में पीएमएलए की विशेष अदालत के समक्ष मामले में आरोप पत्र दाखिल किया था और सभी आरोपियों के खिलाफ आरोप लगाए गए और मुकदमा चल रहा है। ईडी ने जामताडा के मिरगा गांव में सबसे पहले सितंबर 2018 में सर्च अभियान चलाया था। तब ईडी ने इन अपराधियों से जुडे बहुत से बैंक खातों को फ्रीज करवाया था। ईडी ने 27 मई 2019 को रांची स्थित ईडी की विशेष अदालत में भी पांच आरोपितों के खिलाफ अभियोजन शिकायत दाखिल किया था। इस मामले में चार्ज फ्रेम भी हुआ था और पूरा मामला न्यायालय में विचाराधीन है।