पूर्वी चंपारणः विवाहिता पति की प्रताड़ना से तंग, थाने में पुलिसकर्मियों के सामने जहर खाया, मौत
By एस पी सिन्हा | Updated: October 31, 2021 18:18 IST2021-10-31T18:17:21+5:302021-10-31T18:18:18+5:30
विवाहिता के परिजनों ने इसके लिए पुलिस और उसके ससुराल वालों को जिम्मेदार ठहराया है. बताया जा रहा है कि तीन महीने पहले ही उसने अपने प्रेमी के साथ प्रेम विवाह किया था.

श्रेया ने पटना एसएसपी से गुहार लगाई थी. उसके बाद वह मोतिहारी महिला थाना पहुंची थी.
पटनाः बिहार में करोड़पति थानेदार मिल रहे हैं. ऐसे में उनके सामने फरियादियों की क्या औकात! इसी कड़ी में पूर्वी चंपारण जिले के महिला थाना में एक विवाहिता पति की प्रताड़ना से तंग आकर मदद के लिए पहुंची, लेकिन चार घंटे तक थाने में किसी ने उसकी सहायता नहीं की.
ऐसे में पुलिस की सहायता नहीं मिलने से निराश होकर विवाहिता ने थाने में ही पुलिसकर्मियों के सामने जहर खा लिया. रात भर मौत से जूझने के बाद आज सुबह उसने दम तोड़ दिया. वहीं, विवाहिता के परिजनों ने इसके लिए पुलिस और उसके ससुराल वालों को जिम्मेदार ठहराया है. बताया जा रहा है कि तीन महीने पहले ही उसने अपने प्रेमी के साथ प्रेम विवाह किया था.
महिला रांची की रहने वाली थी. उसका नाम श्रेया शर्मा था. उसने गोविंदगंज थाना क्षेत्र के मूडा गांव निवासी राहुल कुमार नाम के युवक से प्रेम विवाह किया था. शादी करने के बाद जोड़ा पटना में रह रहा था. किसी बात को लेकर अनबन हो जाने के बाद पति चार दिन पहले मोतिहारी चला आया था, जिसे लेकर श्रेया ने पटना एसएसपी से गुहार लगाई थी. उसके बाद वह मोतिहारी महिला थाना पहुंची थी.
श्रेया की मां ने बताया कि तीन माह पहले राहुल ने रांची के आर्य समाज मंदिर में शादी रचा ली. जबकि उसके परिवार के लोग इस रिश्ते के लिए राजी नहीं था. बेटी को खोनेवाली मां का कहना था कि राहुल ने यह भरोसा दिलाया था कि वह अपने परिवार को मना लेगा. जिस पर भरोसा करके हमने भी इस रिश्ते को मंजूर कर लिया. जिसके बाद वह दोनों पटना में रहने लगे.
एक सप्ताह पहले श्रेया ने मां को फोन कर पति राहुल और ससुराल में मिलनेवाली प्रताड़ना की जानकारी दी. उसने बताया कि ससुरालवाले 20 लाख रुपये दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहे हैं. जिससे वह परेशान है. कुछ दिन पहले वह पटना के थाने में शिकायत के लिए पहुंची थी, जहां उसकी शिकायत दर्ज करने की जगह यह कहकर वापस भेज दिया गया कि मामला मोतिहारी का है, इसलिए वह मोतिहारी जाकर इसकी शिकायत दर्ज कराए. बीते शनिवार सुबह वह अकेले ही मोतिहारी पहुंच गई और महिला थाना जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की.
परिजनों का आरोप है कि यहां चार घंटे तक बैठाए रखने के बाद भी उसकी न तो शिकायत सुनी गई और न ही किसी प्रकार की मदद की गई. जिससे निराश होकर उसने थाने में जहर सेवन कर लिया. इस दौरान पुलिसकर्मी देखते रहे. परिजनों ने बताया कि रात में हमारी फोन पर बात हुई, जिसमें डॉक्टरों ने उसकी हालत स्थिर बताया.
जब आज सुबह हमलोग मोतिहारी पहुंचे तो उससे पहले ही उसकी मौत हो गई थी. आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने मरने से पहले विवाहिता का बयान भी दर्ज करवाना जरुरी नहीं समझा, जबकि पूरे समय वह उनके साथ मौजूद थी. युवक के पिता का नाम सुशांत सिंह है. वह हमलोगों को धमकी देता है कि अपने बेटे को बचाने के लिए 50 लाख तक खर्च कर देगा.
पुलिस ने ससमय सहयोग नहीं किया, जिस कारण उसने जहर खाया था. साथ ही सदर अस्पताल में समुचित इलाज नहीं किया है. हीं पुलिस उपाधीक्षक अरुण कुमार ने बताया कि थाना में आने के साथ ही श्रेया शर्मा की तबीयत खराब हो गई थी, जिसकी इलाज के दौरान सदर अस्पताल में मौत हो गई है. उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि उसने जहर खाया था या नहीं? उसके परिजनों के शिकायत पर ससुराल वालों पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई किया जायेगा.