दिल्ली: डीयू के छात्र का 5 दिन बाद नाले में मिला शव, इस तरह डेटिंग ऐप से फंसा हत्यारों के चंगुल में
By पल्लवी कुमारी | Published: March 30, 2018 02:02 PM2018-03-30T14:02:36+5:302018-03-30T14:02:36+5:30
दिल्ली विश्वविद्यालय का छात्र आयुष नौटियाल राम लाल आनंद कॉलेज में बीकॉम फाइनल ईयर में पढ़ता था। परिजनों ने दिल्ली पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
नई दिल्ली, 30 मार्च: दिल्ली के पालम गांव थाना इलाके से 23 मार्च को दिल्ली विश्वविद्यालय का छात्र आयुष नौटियाल लापता हो गया था। जिसका शव 28 मार्च की शाम करीब 7 बजे द्वारका सेक्टर-13 इलाके से बरामद हुआ। छात्र राम लाल आनंद कॉलेज में बीकॉम फाइनल ईयर का छात्र था। मृतक आयुष नौटियाल के परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजन का कहना है कि किडनैपर्स लगातार पुलिस के टच में रहे लेकिन फिर भी पुलिस उन तक नहीं पहुंच पाई।
जानें इस मर्डर केस में कैसे-कैसे कब-कब क्या हुआ...
- डीयू छात्र आयुष के आरोपी को पुलिस ने 26 साल के इश्तियाक अली नाम के युवक को गिरफ्तार कर लिया है।
- आरोपी फैशन इंस्टीट्यूट का पूर्व स्टूडेंट है। आरोपी से हुई पूछताछ में खुलासा हुआ कि वह इस स्टूडेंट से पिछले दिनों डेटिंग एप के जरिए संपर्क में आया था। उसने पुलिस को बताया कि 10 दिन में हम दोनों की बीच दस मुलाकातें हो चुकी थीं। तीसरी मीटिंग 22 मार्च को हुई, जहां किसी बात को लेकर उसका आयुष से विवाद हो गया था। विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया कि आरोपी ने हथौड़े से वार करके उसकी हत्या कर दी।
- मृतक छात्र आयुष नौटियाल की उम्र 21 साल की है। पिता दिनेश चंद्र और मौसा राजेंद्र के मुताबिक आयुष 23 मार्च को घर से यह कहकर निकला था कि वह कॉलेज फेस्ट में जा रहा है। उसके पास लैपटॉप, मोबाइल फोन और कुछ रुपये भी थे, जब गायब हो गए हैं।
- परिजनों के मुताबिक रात को आठ बजे 23 मार्च को किडनैपर्स का फोन आया और उसने 50 लाख रुपए फिरौती की मांग की थी। परिजनों ने इसकी शिकायत फौरन पालम गांव थाना पुलिस को दे दी थी। पुलिस उस वक्त तो एफआईआर दर्ज करने में आनाकानी कर रही थी। लेकिन फिर देर रात मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
- परिजनों के मुताबिक फिरौती की रकम कम करने के लिए स्टूडेंट के पिता ने अपहरणकर्ताओं से काफी बार बोला आयुष की हत्या तो 22 मार्च की शाम ही कर दी गई थी, ऐसे में आरोपी 10 लाख की फिरौती के लिए तैयार हो गया था।
- पिता दिनेश ने किसी तरह रिश्तेदारों से कर्ज लेकर 10 लाख का इंतजाम कर लिया। आरोपी ने परिजनों को बुलाकर काफी ज्यादा भटकाने की कोशिश की गई। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने ये सब नाटक इसलिए किया ताकि वह शव को छिपा सके। करीब छह दिन घुमाने के बाद आरोपियों ने आयुष का शव द्वारका सेक्टर 13 में नाले के पास फेंक दिया।