दिल्ली: 500 रुपये नहीं लौटाया, सिर पर चोट कर ब्लेड से गला काटा, दो अरेस्ट, ऐसे हुआ खुलासा
By भाषा | Published: March 6, 2022 08:51 PM2022-03-06T20:51:39+5:302022-03-06T21:18:02+5:30
पुलिस के अनुसार, मृतक की पहचान राजबीर के रूप में की गई है जो कूड़ा बीनने का काम करता था और समयपुर बादली इलाके के जीटी करनाल रोड क्षेत्र में झुग्गी में रहता था।
नई दिल्लीः दिल्ली के समयपुर बादली इलाके में 45 वर्षीय एक व्यक्ति की उसके दो परिचित व्यक्तियों ने कथित तौर हत्या कर दी क्योंकि वह उनमें से एक से उधार लिए गए 500 रुपये नहीं लौटा पाया था। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि हत्या शुक्रवार रात को की गई थी और दोनों आरोपियों को रविवार को पकड़ लिया गया। पुलिस के अनुसार, मृतक की पहचान राजबीर के रूप में की गई है जो कूड़ा बीनने का काम करता था और समयपुर बादली इलाके के जीटी करनाल रोड क्षेत्र में झुग्गी में रहता था।
हत्या के आरोप में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के निवासी बॉबी (23) और रामनिवास (27) को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा कि उन्हें हत्या की जानकारी शुक्रवार देर रात को मिली और मौके पर पहुंचने पर उन्हें झुग्गी के पास खून से लथपथ एक लाश मिली जिसका गला काटा गया था और सिर पर चोट लगी थी।
पुलिस ने कहा कि जांच में पता चला कि जिस व्यक्ति की हत्या की गई उसने बॉबी से 400-500 रुपये उधार लिए थे जो वह चुकाने में असमर्थ था। शुक्रवार रात को इसी बात को लेकर झगड़ा हुआ और शराब के नशे में दोनों ने राजबीर की हत्या कर दी। बाहरी उत्तरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त ब्रजेन्द्र कुमार यादव ने कहा कि रामनिवास ने ब्लेड से राजबीर का गला काटा। उन्होंने कहा कि पुलिस ने रविवार को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्या की हत्या के आरोप में अकाउंटेंट गिरफ्तार
दमन के एक नर्सिंग कॉलेज के एक कर्मचारी को उसी संस्थान की प्राचार्या की हत्या करने और उनके शव को कार में जलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सिलवासा पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 45 वर्षीय कनिमोझी अरमुगम की गुमशुदगी की शिकायत एक मार्च को सिलवासा थाने में दर्ज कराई गई थी।
पुलिस को जांच के दौरान सावन पटेल नामक व्यक्ति पर शक हुआ जो दमन के उसी कॉलेज में अकाउंटेंट के तौर पर काम करता था जहां अरमुगम प्राचार्या थीं। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “अरमुगम को मेस की राशि और प्रवेश शुल्क में वित्तीय अनियमितताओं का पता चल गया था जो पटेल ने की थीं।
उन्होंने कई बार पटेल को चेतावनी दी थी। पटेल ने 28 फरवरी को उनकी कार में चलने का अनुरोध किया और अनियमितताओं की जानकारी देने का वादा किया।” अधिकारी ने कहा, “उसने उन्हें कार में ही मार दिया और इसके बाद उसने वापी शहर में शव के साथ कार को आग लगा दी।’’