दिल्ली के न्यू उस्मानपुर में मर्डर, डीटीसी ड्राइवर को उसके बेटे के सामने ही अपराधियों ने मारी गोली
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 2, 2019 02:44 PM2019-04-02T14:44:32+5:302019-04-02T14:44:32+5:30
हकमुद्दीन के दो भाई मर्डर के आरोप में जेल में हैं। पुलिस का कहना है कि दोनों परिवारों की लड़ाई में हकमुद्दीन शामिल नहीं था।
नॉर्थईस्ट दिल्ली के न्यू उस्मानपुर में कुछ लोगों ने रविवार को डीटीसी के एक ड्राइवर की हत्या कर दी। हमालवरों में एक महिला भी शामिल है। मिली जानकारी के अनुसार मारे गये ड्राइवर की उम्र 46 साल है। ड्राइवर पर जब गोली चलाई गई तब घटना स्थल पर उसके साथ उसका पांच साल का बेटा भी मौजूद था। मारे गये शख्स की पहचान हकमुद्दीन के रूप में हुई है।
पुलिस ने मामले की जांच करते हुए बताया है कि हकमुद्दीन का मर्डर दरअसल किसी और परिवार से पुरानी रंजिश का नतीजा हो सकता है। पुलिस के अनुसार हकमुद्दीन के छोटे भाई शहजाद ने एक स्थानीय डांसर से शादी की थी, जिसके परिवार वालों ने इसका विरोध किया था।
पुलिस ने कहा कि इस झगड़े में 9 महीने पहले लड़की के भाई की शहजाद के भाई द्वारा एक झगड़े में कथित रूप से हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से ही दोनों परिवारों के बीच तनाव काफी बढ़ गई थी।
दिल्ली के नार्थइस्ट इलाके के डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर ने बताया, 'हम इस मामले की व्यक्तिगत दुश्मनी के एंगल से जांच कर रहे हैं।'
पुलिस ने महिला के परिवार के दो लोगों को हिरासत में ले लिया है और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही हैं। हकमुद्दीन के परिवार वालों के अनुसार जान की डर से वह अपनी पत्नी, चार बेटियों और दो बेटों के साथ शास्त्री पार्क में रहते थे। यह जगह न्यू उस्मानपुर से दूर है जहां महिला का परिवार रहता है। हकमुद्दीन सीमापुरी-मोरी गेट रास्ते पर बस चलाता था और अपने वेतन से ही वह अपनी दोनों बेटियों को पढ़ाता है।
हकमुद्दीन के दो भाई मर्डर के आरोप में जेल में हैं। पुलिस का कहना है कि दोनों परिवारों की लड़ाई में हकमुद्दीन शामिल नहीं था। घटना वाले दिन रविवार की रात वह अपने पांच साल के बेटे के साथ कुछ सामान खरीदने बाजार निकला था। उस समय उसकी बहन रहमत भी साथ थी।
रहमत ने बताया कि उसने देखा था कि आरोपी वहां खड़े थे और इस बारे में हकमुद्दीन को बताया भी था। हकमुद्दीन ने हालांकि बहन को वापस भेज दिया और शॉपिंग करता रहा। हकमुद्दीन की बहन ने बताया कि एक आरोप ने उनके भाई की आंख में गोली मारी। इसके बाद हकमुद्दीन के बेटे ने घर जाकर घचना की जानकारी दी।