कांग्रेस को समर्थन करने वाले भतीजे ने भाजपा समर्थक चाचा की कर दी हत्या, कर्नाटक के नतीजों के बाद सामने आई 'नफरत के बाजार' की दिल दहलाने वाली तस्वीर
By विनीत कुमार | Published: May 15, 2023 11:39 AM2023-05-15T11:39:50+5:302023-05-15T11:51:51+5:30
कर्नाटक में चुनावी नतीजों के बाद हत्या का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। कांग्रेस की जीत के बाद जश्न मना रहे एक कथित कांग्रेस समर्थक युवक ने भाजपा समर्थक चाचा की आपत्ति जताने पर हत्या कर दी।
बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के 13 मई को आए नतीजों के बाद एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, कांग्रेस पार्टी की जीत के बाद एक जश्न तब बदसूरत हो गया जब 21 साल के कथित कांग्रेस समर्थक भतीजे (आदित्य) ने कथित तौर पर अपने 56 वर्षीय भाजपा समर्थक चाचा की हत्या कर दी। यह घटना बेंगलुरू ग्रामीण जिले के हॉस्टेक के पास डी होसाहल्ली गांव में हुई।
मृतक कृष्णप्पा और उनके भाई (आदित्य के पिता) गणेश के बीच पिछले कई वर्षों से संपत्ति विवाद भी चल रहा था। कांग्रेस की जीत के बाद आदित्य और गणेश भाजपा की हार का जश्न मनाने के लिए कांग्रेस समर्थकों में शामिल हुए थे। कांग्रेस समर्थकों ने कृष्णप्पा के घर के बाहर भी पटाखे फोड़े।
कृष्णप्पा और उनके परिवार ने जब पटाखे फोड़े जाने पर आपत्ति जताई, तो आदित्य ने कथित तौर पर उन पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। हमले के दौरान पीड़ित की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उनकी पत्नी गंगाम्मा और बेटा बाबू घायल हो गए। विवाद और न बढ़े, इसके लिए बेंगलुरु जिला पुलिसकर्मियों को गांव में तैनात किया गया है। पुलिस अधीक्षक मल्लिकार्जुन बालदंडी ने एक बयान में कहा कि पुलिस ने आदित्य को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि घटना में शामिल उसके पिता गणेश सहित अन्य अभी भी फरार हैं।
दूसरी ओर पूरे मामले में भाजपा समर्थकों ने भी मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है और पुलिस से अन्य आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की गुजारिश की है। 14 मई को भाजपा समर्थक कृष्णप्पा के शव को नंदगुड़ी पुलिस स्टेशन ले गए और विरोध प्रदर्शन किया। कुछ स्थानीय रिपोर्ट के अनुसार दोनों परिवार भाजपा समर्थक थे लेकिन आदित्य और उनके पिता कृष्णप्पा के घर के बाहर कांग्रेस की जीत के जश्न में शामिल हुए थे।
बताते चलें कि 13 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित किए गए। कांग्रेस 224 विधानसभा सीटों में से 135 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सत्ता में लौटी है। बीजेपी ने 66 सीटें जीतीं और जेडी (एस) ने 19 सीटों पर कब्जा किया। दो सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में गईं, जबकि कल्याण राज्य प्रगति पक्ष और सर्वोदय कर्नाटक पक्ष ने 1-1 सीट जीती।