महाराष्ट्र के पालघर में 2020 में हुई साधुओं की हत्या की सीबीआई करेगी जांच, सीएम शिंदे ने कहा- साधुओं के साथ अन्याय नहीं होने देंगे

By रुस्तम राणा | Updated: October 11, 2022 21:23 IST2022-10-11T21:23:31+5:302022-10-11T21:23:31+5:30

महाराष्ट्र के गृह विभाग ने मुंबई के पास पालघर जिले में भीड़ द्वारा दो साधुओं सहित तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले की जांच करीब ढाई साल बाद केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी है।

CBI will investigate the killing of sadhus in Palghar, Maharashtra in 2020, CM Shinde said - will not allow injustice to the sadhus | महाराष्ट्र के पालघर में 2020 में हुई साधुओं की हत्या की सीबीआई करेगी जांच, सीएम शिंदे ने कहा- साधुओं के साथ अन्याय नहीं होने देंगे

महाराष्ट्र के पालघर में 2020 में हुई साधुओं की हत्या की सीबीआई करेगी जांच, सीएम शिंदे ने कहा- साधुओं के साथ अन्याय नहीं होने देंगे

Highlightsसीएम शिंदे ने कहा- साधुओं के साथ अन्याय नहीं किया जाएगा और जिन्होंने ऐसा किया है उन्हें कड़ी सजा मिलेगीसरकार के गृह विभाग ने मामले की जांच करीब ढाई साल बाद सीबीआई को सौंप दी है इस मामले की जांच, अब तक राज्य सरकार की सीआईडी कर रही थी

मुंबई: महाराष्ट्र के पालघर में हुई साधुओं की निर्मम भीड़ हत्या (मोब लिंचिंग) की जाँच अब सीबीआई करेगी। महाराष्ट्र सरकार ने दो साल पुराने इस केस को केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंप दिया है। मंगलवार को राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, राज्य में साधुओं के साथ अन्याय नहीं किया जाएगा और जिन्होंने ऐसा किया है उन्हें कड़ी सजा मिलेगी।

महाराष्ट्र के गृह विभाग ने मुंबई के पास पालघर जिले में भीड़ द्वारा दो साधुओं सहित तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले की जांच करीब ढाई साल बाद केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी है। इस मामले की जांच, अब तक राज्य आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) कर रहा था। प्रदेश के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पीटीआई-भाषा से इस घटनाक्रम की पुष्टि की। 

उल्लेखनीय है कि कोविड-19 महामारी पर काबू के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान 16 अप्रैल, 2020 की रात की इस घटना में मुंबई के कांदिवली के तीन व्यक्ति गुजरात के सूरत में एक अंतिम संस्कार कार्यक्रम में भाग लेने के लिए कार से यात्रा कर रहे थे। रास्ते में उनकी कार को रोक लिया गया और उन पर हमला किया गया। 

आरोप है कि पुलिस की मौजूदगी में भीड़ ने ‘बच्चा चोर’ होने के संदेह में उनकी पीट-पीट कर हत्या कर दी। मृतकों में दो संतों के साथ उनकी कार का चालक भी था। उस समय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विपक्ष में थी और उसने संतों पर हमले के पीछे साजिश होने का आरोप लगाया था और घटना की सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी। 

तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख ने भाजपा की मांग का विरोध करते हुए कहा था कि कुछ ग्रामीणों ने उन्हें ‘बच्चा चोर’ समझ लिया था और उन पर हमला किया था।

(इनपुट एजेंसी के साथ)

Web Title: CBI will investigate the killing of sadhus in Palghar, Maharashtra in 2020, CM Shinde said - will not allow injustice to the sadhus

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