बीपीएससी पेपर लीक मामलाः अररिया से राजस्व पदाधिकारी राहुल कुमार सिंह अरेस्ट, अब तक 10 लोग गिरफ्त में, सर्च अभियान तेज
By एस पी सिन्हा | Updated: May 28, 2022 17:28 IST2022-05-28T17:28:01+5:302022-05-28T17:28:49+5:30
बीपीएससी पेपर लीक मामलाः राहुल कुमार गया के अतरी थाना क्षेत्र के चिरियावां के रहने वाला है. पेपर लीक कांड के मुख्य सरगना आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव के संपर्क में था.

राहुल खुद 67वीं बीपीएससी परीक्षा दे रहा था और सॉल्वर गैंग से परीक्षा के पूर्व ही प्रश्न-पत्र मांगा था.
पटनाः बिहार में भ्रष्टाचार का आरोपी एक और लोकसेवक पर आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) का शिकंजा कस गया है. अररिया जिले के भरगामा के राजस्व पदाधिकारी राहुल कुमार सिंह के रानीगंज स्थित निजी आवास में ईओयू की टीम ने छापेमारी की.
इस दौरान अभियुक्त राहुल कुमार राजस्व पदाधिकारी भरगामा अररिया को गिरफ्तार कर लिया गया. जांच टीम ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. पेपर लीक मामले में 10वीं गिरफ्तारी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार राहुल कुमार गया के अतरी थाना क्षेत्र के चिरियावां के रहने वाला है.
सरकारी सेवक राहुल पेपर लीक कांड के मुख्य सरगना आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव के संपर्क में था. इसके द्वारा बीपीएससी परीक्षा प्रश्न पत्र की मांग की गई थी. अभियुक्त संजय कुमार से घटना के दिन एवं पूर्व में कई बार बातचीत हुई थी. साथ ही परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र एवं उत्तर भेजा गया. राहुल सिंह पर बीपीएससी पेपर लीक में शामिल होने का आरोप है.
अररिया में आज ईओयू की टीम ने जब अचानक छापेमारी शुरू की तो हड़कंप मच गया. छापेमारी के दौरान अधिकारी के घर से बीपीएससी के प्रश्न-पत्र भी मिले हैं. बताया जा रहा है कि राहुल खुद 67वीं बीपीएससी परीक्षा दे रहा था और सॉल्वर गैंग से परीक्षा के पूर्व ही प्रश्न-पत्र मांगा था. दूसरों को भी फॉरवर्ड किया गया था.
ईओयू के अनुसार, राहुल बीपीएससी पेपर लीक मामले के मुख्य अभियुक्त आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव के लगातार संपर्क में था. बीपीएससी परीक्षा शुरू होने से पहले प्रश्न पत्र मांगा था. इसके बदले राशि का भी भुगतान किया था. ईओयू ने राहुल के आवास से पैनकार्ड की कॉपी, बैंक पासबुक व परीक्षाओं के प्रश्नपत्र भी जब्त किया है.
हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. छापेमारी दल के अधिकारियों ने कुछ भी बताने से इंकार किया है. बताया गया कि 09 मई को पटना के आर्थिक अपराध इकाई में राहुल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई थी. इस मामले में आपराधिक षडयंत्र समेत अन्य बिंदुओं पर एसआइटी तफ्तीश कर रही है. गिरोह में शामिल सभी दोषियों को पकड़ा जाएगा. बताया गया है कि राहुल के पिता मधुबनी में दारोगा के पद पर पदस्थापित हैं.