सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्याः मुजफ्फरपुर के सीजेएम कोर्ट ने किया खारिज, सलमान खान, करण जौहर सहित सभी को राहत
By एस पी सिन्हा | Published: July 8, 2020 07:30 PM2020-07-08T19:30:42+5:302020-07-08T19:30:42+5:30
सीजेएम कोर्ट के फैसले से आरोपी फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली, महेश भट्ट, मुकेश भट्ट, आदित्य चोपड़ा, करण जौहर, शाजिद नाडियावाल, एकता कपूर, भूषण कपूर, दिनेश विजयन, अभिनेता सलमान खान, रिया चक्रवर्ती व कृति सनन को राहत मिली है.
पटनाः फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या को लेकर दर्ज कराये गये अलग-अलग मामले में बिहार के मुजफ्फरपुर के सीजेएम मुकेश कुमार ने मामले को क्षेत्राधिकार से बाहर का बताते हुए खारिज कर दिया.
वादी सह अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा व अधिवक्ता कमलेश कुमार ने फैसले के खिलाफ जिला व सत्र न्यायालय में रीविजनवाद दाखिल करने की बात कही. वहीं, आदेश जानने के लिए पटना हाई कोर्ट से आये अभिनेता सलमान खान के अधिवक्ता साकेत कुमार अपने सहयोगी के साथ सीजेएम का आदेश आने का कोर्ट में इंतजार करते रहे और आदेश आने के बाद पटना लौट गये.
सीजेएम कोर्ट के फैसले से आरोपी फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली, महेश भट्ट, मुकेश भट्ट, आदित्य चोपड़ा, करण जौहर, शाजिद नाडियावाल, एकता कपूर, भूषण कपूर, दिनेश विजयन, अभिनेता सलमान खान, रिया चक्रवर्ती व कृति सनन को राहत मिली है. मामले में सुनवाई के दौरान तीन जुलाई को सलमान खान के अधिवक्ता एनके अग्रवाल ने कोर्ट में हाजिर होकर वकालतनामा दाखिल की थी.
इसके बाद कोर्ट ने दोनों परिवाद को आदेश पर रखा था. वहीं, सीजेएम का आदेश आने के बाद परिवादी सह अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने कहा कि सीजेएम के खारिज आदेश के खिलाफ उच्च अदालत में अपील दायर करूंगा. दोनों मामलों में कोर्ट ने शुक्रवार को सीजेएम ने सुनवाई की थी.
सीजेएम मुकेश कुमार ने आदेश के लिये आज की तिथि निर्धारित की थी
सुनवाई पूरी होने के बाद सीजेएम मुकेश कुमार ने आदेश के लिये आज की तिथि निर्धारित की थी. अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा बनाम-फिल्म निर्माता व निर्देशक करण जौहर व अन्य के खिलाफ अभिनेता सलमान खान की ओर से पटना हाई कोर्ट के अधिवक्ता साकेत कुमार वरीय अधिवक्ता एनके अग्रवाल के साथ मुजफ्फरपुर में वकालतनामा दाखिल किया था.
बहस के दौरान परिवादी सुधीर कुमार ओझा ने न्यायालय से कहा था कि यह गंभीर मामला है. आरोपियों ने एक राय से साजिश के तहत युवा अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को आत्महत्या के लिए मजबूर किया है. इसलिए इसको धारा 156 (3) में थाने को प्राथमिकी दर्ज करने के लिए भेजा जाये. मैंने थाना और एसएसपी को सूचना दी, लेकिन प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई.
वहीं, कुंदन कुमार बनाम फिल्म अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती मामले मे भी अधिवक्ता कमलेश कुमार ने भी यही पक्ष रखा था. यहां बता दें कि सुधीर कुमार ओझा बनाम फिल्म निर्माण करण जौहर व अन्य के विरुद्ध दर्ज परिवाद में चार अन्य आरोपियों के नाम जोड़ने को लेकर 23 जून को सीजेएम न्यायालय में आवेदन दिया था.
साजिश के तहत रिया ने सुशांत से प्रेम का नाटक किया
इसमें परिवादी अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने कहा था कि मेरे द्वारा पूर्व में फिल्म निर्माता करण जौहर व अन्य के विरुद्ध दर्ज कराये गये परिवाद -1223/2020 के अभियुक्त के कॉलम में चार आरोपी महेश भट्ट, मुकेश भट्ट, रिया चक्रवर्ती एवं कृति सेनन के नाम जोडे जाने की अनुमति दी जाये.
उन्होंने कहा कि चूंकि सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या में इन सबों की संलिप्तता होने का साक्ष्य भी मुझे मिला है. क्योंकि, आरोपी महेश भट्ट का संबंध जिस तरह का रिया चक्रवर्ती से है और दोनों का फोटो यह साबित करता है कि एक साजिश के तहत रिया ने सुशांत से प्रेम का नाटक किया और इनके साथ घटना को मिल कर अंजाम दिया.
यहां उल्लेखनीय है कि मुजफ्फरपुर जिले के सदर थाना क्षेत्र के लहलादपुर पताही निवासी अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने सीजेएम न्यायालय में 17 जून, 2020 को परिवाद दर्ज कराया था. इसमें फिल्म निर्माता-निर्देशक करण जौहर, आदित्य चोपड़ा, नाजिर नाडियावाला, अभिनेता सलमान खान, निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली, टी सीरीज के भूषण कुमार, बालाजी प्रोडक्शन की एकता कपूर एवं निर्माण निर्देशक दिनेश डिजायन (सभी महाराष्ट्र के मुंबई निवासी) को आरोपी बनाया. जबकि पताही निवासी कुंदन कुमार ने 20 जून को कृति चक्रवर्ती पर परिवाद दर्ज कराया था.
न्यायालय ने मामले के ग्रहण के बिंदु पर सुनवाई के लिए तीन जुलाई की तिथि निर्धारित की थी. सुधीर कुमार ओझा ने आरोप लगाया था कि मैं अपने आवास पर 15 जून, 2020 को टीवी चैनल एवं समाचार पत्र देख रहा था. इसमें देखा कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या करने की खबर है. यह सुनकर मैं काफी मर्माहत हुआ.
जबकि, अन्य टीवी चैनलों एवं अखबारों में समाचार लगातार आ रहा था कि आरोपियों द्वारा अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का बायकाट कर उसे परेशान किया जा रहा था. आरोपीगण षडयंत्र रचकर उसे आत्महत्या के लिए मजबूर कर रहे थे. इसके चलते सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या को मजबूर हो गया. सुशांत सिंह राजपूत के इस तरह से हुई मौत से बिहार ही नहीं पूरे देश की आम जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचा है.