बिहार: नौकरी तलाश रहे युवाओं को ’प्लेब्वॉय’ बनाने का झांसा देने वाले साइबर अपराधियों को पुलिस ने पकड़ा, कई हो चुके थे ठगी का शिकार
By एस पी सिन्हा | Published: September 14, 2022 04:46 PM2022-09-14T16:46:43+5:302022-09-14T16:50:37+5:30
बिहार के पटना में पुलिस ने ऐसे लोगों को पकड़ा है जो नौकरी तलाश रहे युवाओं को प्लेबॉय बनाने का झांसा देते थे और पैसे एंठते थे। वे दावा करते थे कि ’प्लेब्वॉय’ बनकर लड़कियों और महिलाओं के साथ रात गुजारने और बदले में ढेर सारा पैसा कमाने का मौका मिलेगा।
पटना: बिहार में नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं को ’प्लेब्वॉय’ बनकर लड़कियों और महिलाओं के साथ रात गुजारने और बदले में ढेर सारा पैसा कमाने का झांसा देने वाले साइबर अपराधियों को पुलिस ने धर दबोचा है। इस मामले का भंडाफोड़ पत्रकारनगर थाने की पुलिस ने किया है।
साइबर अपराधी इंटरनेट पर सेक्स रैकेट का फर्जी वेबसाइट बनाकर उसे अपलोड करते थे। ‘प्ले ब्वॉय’ बनाने के लिए वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन के नाम पर सैकड़ों युवकों से ठगी की जाती थी।
नवादा के लड़कों ने बना रखी थी वेबसाइट
बिहार के नवादा जिले के दो लड़कों ने इसके लिए बकायदा वेबसाइट बना रखी है। इस वेबसाइट के जरिए वे युवाओं का रजिस्ट्रेशन करते हैं। इन दोनों ने पटना में अपना ठिकाना बना रखा था। ये दोनों अपनी वेबसाइट पर ऐसे ही काम के जरिए रुपए कमाने का झांसा देते थे, जिसके चलते ढेरों लड़के इनका शिकार बन रहे थे।
पत्रकारनगर थाने की पुलिस ने निशांत और अविनाश को गिरफ्तार किया है। इस दौरान अपराधियों के पास से 1.15 लाख रुपये नगदी, चार एटीएम कार्ड और पांच मोबाइल बरामद किये गये हैं। दोनों खेमनीचक में किराये के मकान में रहते थे। बताया जा रहा कि इस गिरोह के सरगना अर्पित को देर रात नवादा से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने अविनाश और निशांत को हनुमान नगर से गिरफ्तार किया है।
रजिस्ट्रेशन करवाने के नाम पर की जाती थी ठगी
टीम ने जब साइबर अपराधियों से गहन पूछताछ की तो यह बात सामने आई कि यह गैंग इंटरनेट पर सेक्स रैकेट के वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवाने के नाम पर ठगी करता है। प्ले ब्वॉय बनने का विज्ञापन दिया जाता है। रजिस्ट्रेशन के एवज में उनसे रुपये लिये जाते हैं। वेबसाइट पर साइबर अपराधी अपना मोबाइल नंबर भी देते हैं जो दूसरे के नाम पर होता है। सैकड़ों लोगों को अब तक ये साइबर अपराधी चूना लगा चुके हैं।
साइबर अपराधियों की जब्त की गयी मोबाइल की जांच की जा रही है। बरामद सभी मोबाइल को बारीकी से खंगाला जा रहा है। वाट्सएप चैट की डीटेल भी पुलिस निकाल रही है। संदिग्ध नंबरों का पूरा ब्यौरा निकालने में पुलिस जुट गयी है। पुलिस टीम को साइबर अपराधियों के कई बैंक खातों के बारे में जानकारी मिली है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जल्द ही उन बैंक खातों को फ्रीज कर दिया जायेगा।