बिहार: शराबबंदी के बाद से अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई, पटना में 2 करोड़ रुपये की शराब जब्त, जानें पूरा माजरा
By एस पी सिन्हा | Published: February 1, 2021 03:50 PM2021-02-01T15:50:22+5:302021-02-01T15:50:22+5:30
बिहार में भले ही शराबबंदी लागू है लेकिन आए दिन शराब पकड़े जाने की रिपोर्ट्स आती रहती हैं। इस बीच बिहार में अब तक की शराब की सबसे बड़ी खेप पकड़ी गई है। राजधानी पटना में ये जगह थाने से कुछ मीटर की दूरी पर है।
पटना:बिहार में शराबबंदी कानून के लागू हुए लगभग पांच साल होने को हैं, लेकिन अवैध शराब मिलने का सिलसिला जारी है. शराब कारोबारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी कानून की धज्जियां उडा रहे है.
राज्य की राजधानी पटना में बाइपास थाने से महज दो सौ मीटर की दूरी पर शराब की बड़ी खेप पकड़ी गई है. गुप्त सूचना के आधार पर मद्य निषेध विभाग की टीम ने 2 करोड़ रुपये की शराब बरामद की है.
शराब माफियाओं ने बकायदा गोदाम बनाकर शराब को छिपाकर रखा था. बाईपास थाना के इंस्पेक्टर मुकेश कुमार के अनुसार शराब माफियाओं की धरपकड़ चल रही है. थाना प्रभारी ने बताया कि शराब तस्करी से जुडे लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.
बताया जाता है कि उत्पाद विभाग की टीम ने रविवार की रात पटना सिटी के मरचा-मरची गांव में मुर्गी दाना के गोदाम में छिपाकर रखी गई थी. गोदाम में 10 चक्का वाला 6 ट्रक और 4 चक्का वाला 3 पिकअप भान में छापेमारी की गई, जहां चावल की भूसी में छिपाकर रखा गया 5 हजार से ऊपर अंग्रेजी शराब के काटून को बरामद किया गया है. जिसकी कीमत 2 करोड से ऊपर बताई जा रही है.
वहीं मौके से चालक और मजदूर समेत 8 लोग को गिरफ्तार किया गया है. इनसे मद्य निषेध विभाग की टीम पूछताछ कर रही है. आसपास के लोगों का कहना है कि शराब का कारोबार 1 वर्ष से चल रहा था.
बाईपास थाना से महज 500 मीटर की दूरी पर चल रहे शराब कारोबार ने बाईपास थाने की पुलिस को संदेह के घेरे में डाल दिया है. विभाग इसे बिहार की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मान रहा है.
बिहार: बड़े शराब माफियाओं का चल रहा है खेल
शराब तस्करी के इस धंधे में बड़े शराब माफिया के शामिल होने का शक है. उत्पाद विभाग के द्वारा बिहार में अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताई जा रही है.
इंस्पेक्टर अशोक कुमार ने सुरक्षा कारणों से गोदाम मलिक का नाम नहीं बताया. उन्होंने ने कहा कि जल्द ही सारी जानकारी उपलब्ध करा दी जायेगी.
उन्होंने बताया कि उत्पाद विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि बाइपास के मरचा मरची गांव में मुर्गी दाना के गोदाम में शराब रखी हुई है. गोदाम में शराब की बड़ी खेप भी उतारी जा रही है. सूचना के आधार पर उत्पाद विभाग की टीम पूरे लाव-लश्कर के साथ रविवार की रात करीब आठ बजे मरचा मरची गांव पहुंची. इसके बाद टीम ने गोदाम में छापेमारी की.
इस दौरान शराब से लदे दो ट्रक पकड़े गए. मौके से टीम ने शराब उतार रहे छह मजदूरों और दो चालकों को धर-दबोचा. उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने बताया कि गोदाम एक तिवारी जी का बताया जा रहा है.
शराब तस्करी में उनकी व अन्य तस्करों की भूमिका की गहन जांच की जा रही है. जांच में जो भी लोग दोषी पाए जाएंगे, केस दर्ज कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उत्पाद विभाग की प्रारंभिक जांच में गोदाम से जब्त की गई शराब अंग्रेजी और महंगी ब्रांड की है.
कार्टन व बोतलों की जांच में शराब हरियाणा निर्मित पायी गई है. उत्पाद विभाग के संयुक्त आयुक्त कृष्णा पासवान ने बताया कि जब्त की गई शराब की कीमत करीब दो करोड़ रुपये आंकी गई है.
शराबबंदी के बाद बिहार में अब तक की यह पहली और सबसे बडी कार्रवाई मानी जा रही है. शराब तस्करी में शामिल लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.