बिहार: कानून के बजाय खुद ही फैसले ले रही है भीड़, फिर सामने आई है मॉब लिंचिंग की घटना
By एस पी सिन्हा | Published: August 3, 2019 05:16 PM2019-08-03T17:16:48+5:302019-08-03T17:16:48+5:30
अर्धविक्षिप्त महिला के बाल पकडा कर लात-घूंसों के साथ-साथ कंटीले डंडे-छडी से बुरी तरह पिटाई की गई. सूचना मिलते ही पुलिस ने अर्धविक्षिप्त महिला को हिंसक भीड़ा के चंगुल से बचाकर इलाज के लिए पीएमसीएच भेजा.
बिहार में इन दिनों भीड़ का इंसाफ एक चलन हो गया है. लोग अब कानून का सहारा लेने के बाजए खुद ही सारे फैसले कर रही है और सजा भी मुकर्रर कर रही है. यह काफी संवेदनशील मामला है. प्रदेश में अलग-अलग क्षेत्रों में कई मामले अब तक समाने आ चुके हैं. जहां कथित तौर पर आरोपी की पिटाई की जाती है और यहां तक उसकी जान भी ले ली जाती है. अब ताजा मामला बिहार की राजधानी पटना का है, जहां दो अलग-अलग घटनाओं में एक बार फिर मॉब लिंचिंग की घटना सामने आई है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार दीघा थाना के गांधीनगर में दो युवकों को भीड़ ने जमकर पीटा. बताया जा रहा है कि दिल्ली के रहने वाले दोनों लोगों पर चोरी का आरोप है. पुलिस के पहुंचने तक भीड़ की पिटाई से दोनों की हालत गंभीर हो गई थी. तब पुलिस ने लोगों से बचाकर उन दोनों को हिरासत में ले लिया और पीएमसीएच में इलाज के लिए भेज दिया है. जहां दोनों की हालत गंभीर बताई जा रही है. पटना में एक बार फिर भीड़ का कथित इंसाफ सामने आने के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई है.
वहीं, परसा बाजार थाना इलाके में आज लगातार दूसरे दिन भीड़ ने अमानवीय तरीके से बच्चा चोरी के आरोप में पिटाई की. आज सकरैचा में करीब 40 वर्षीया अर्धविक्षिप्त महिला को ग्रामीणों ने बच्चा चोर बताकर पेड से बांध कर घंटों पिटाई की. इस घटना में सबसे हैरान करनेवाली बात रही कि पिटाई करने में सबसे आगे महिलाएं ही थी.
अर्धविक्षिप्त महिला के बाल पकडा कर लात-घूंसों के साथ-साथ कंटीले डंडे-छडी से बुरी तरह पिटाई की गई. सूचना मिलते ही पुलिस ने अर्धविक्षिप्त महिला को हिंसक भीड़ा के चंगुल से बचाकर इलाज के लिए पीएमसीएच भेजा. शुक्रवार को भी परसा बाजार थाना इलाके में एक विक्षिप्त को बच्चा चोर का आरोप लगाकर पीटा था. पुलिस मामले में अब तक किसी को भी गिरफ्तार नहीं कर पाई है.
यहां बता दें कि हाल में बिहार में मॉब लिंचिंग की घटनाओं में जबर्दस्त वृद्धि हुई है. बीते एक हफ्ते में ही विभिन्न जिलों से 10 से अधिक घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिसमें भीड़तंत्र ने कानून अपने हाथ में ले लिया है. हाल में ही सासाराम में दो महिलाओं की जमकर पिटाई कर दी गई थी.
बेकाबू भीड़ ने दोनों ही महिलाओं को कीचड में गिराकर मारा था. इसी तरह नालंदा, दानापुर, बेगूसराय समेत कई जिलों से भीड़तंत्र के कथित इंसाफ की खबरें सामने आ रही हैं. खास ये है कि इन सभी घटनाओं में पुलिस काफी देर से पहुंचती है.