बिहार के पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक नीरज कुमार सिंह ‘बबलू’ मुसीबत में!, चुनावी हलफनामे में संपत्ति छिपाने का आरोप
By एस पी सिन्हा | Updated: August 20, 2022 15:06 IST2022-08-20T15:05:34+5:302022-08-20T15:06:34+5:30
नीरज कुमार ने साल 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में अपनी संपत्ति से संबंधित जनकारी छिपाई। प्राप्त जानकारी के अनुसार आयकर विभाग के स्तर पर हुई जांच में यह खुलासा हुआ है।

नीरज कुमार बबलू के वित्त वर्ष 2017-18 में 55 लाख 84 हजार, 2015-16 में नौ लाख 64 हजार, 2011-12 में करीब 25 लाख की अघोषित संपत्ति मिली है। (file photo)
पटनाः बिहार के पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक नीरज कुमार सिंह ‘बबलू’ की मुश्किलें बढ़ने वाली है। उनके द्वारा कर चोरी का मामला सामने आया है। आयकर विभाग ने इसकी जांच की है, जिसमें करीब एक करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित संपत्ति सामने आने की चर्चा है।
नीरज कुमार ने साल 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में अपनी संपत्ति से संबंधित जनकारी छिपाई। प्राप्त जानकारी के अनुसार आयकर विभाग के स्तर पर हुई जांच में यह खुलासा हुआ है। नीरज कुमार ने हलफनामे के साथ साल 2020-21 का रिटर्न दाखिल किया था।
आयकर विभाग ने जांच में पाया कि उसमें संपत्ति को छिपाया गया। साथ ही उन पर पिछले आईटीआर में भी संपत्ति कम दर्शाने के आरोप लगे हैं। नीरज कुमार बबलू के वित्त वर्ष 2017-18 में 55 लाख 84 हजार, 2015-16 में नौ लाख 64 हजार, 2011-12 में करीब 25 लाख की अघोषित संपत्ति मिली है।
चुनावी घोषणा पत्र में उन्होंने इनका जिक्र नहीं किया है, जो अपराध की श्रेणी में आता है। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है। इस महीने हुए सत्ता परिवर्तन से पहले तक वे मंत्री पद पर थे। चुनावी हलफनामे में पूर्व मंत्री ने अपना और अपनी पत्नी का पेशा समाजसेवा और कृषि को बताया था।
आय का श्रोत विधानसभा से मिल रही सैलरी व कृषि से होने वाला आय है। सूत्रों के अनुसार जब आयकर विभाग के सामने भाजपा नेता से लंबी पूछताछ चली और जब अघोषित संपत्ति के बारे में पूछा गया तो वो जवाब नहीं दे सके। इस संबंध में पूछे जाने पर नीरज कुमार बबलू ने कहा कि वो पिछले चुनाव को लेकर कुछ बातें है और कोर्ट में उनके वकील इसका जवाब देंगे।