ढाई महीने का गर्भ लिए 14 वर्षीय रेप पीड़िता न्याय के लिए दर-दर भटक रही, जानिए पूरा मामला
By शिवअनुराग पटैरया | Published: February 2, 2021 08:14 PM2021-02-02T20:14:57+5:302021-02-02T20:16:10+5:30
मध्य प्रदेश के भोपाल के अरेरा हिल्स थानाक्षेत्र में रहने वाली में 14 वर्षीय एक किशोरी ढाई माह का गर्भ लिए अपने माता-पिता के साथ न्याय के लिए दर-दर भटक रही है.
भोपालः भोपाल शहर के अरेरा हिल्स थानाक्षेत्र में रहने वाली में 14 वर्षीय एक किशोरी ढाई माह का गर्भ लिए अपने माता-पिता के साथ न्याय के लिए दर-दर भटक रही है.
उसका परिवार भी सिर छुपाकर घर से निकल रहा है. पीड़िता के मुताबिक, मोहल्ले में रहने वाले एक युवक ने उसके साथ रेप किया था. आरोपी युवक ने उसके भाई को जान से मारने की धमकी दी थी, इस डर से वह अब तक चुप रही, किसी को कुछ नहीं बताया. आरोपी अब भी उसे अश्लील इशारे करता है और फब्तियां कसता है.
पीड़िता के माता-पिता आरोपी को कठोर सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं. इस मामले में आयोग ने उप पुलिस महानिरीक्षक से तीन सप्ताह के भीतर प्रतिवेदन मांगा है. आयोग ने यह भी पूछा है कि मामले में एफआईआर दर्ज की गई है या नही? यदि एफआईआर दर्ज की गई है, तो मामले की अद्यतन स्थिति क्या है?
इंदौर में बुजुर्गों को कचरा वाहन से फेंकने मानव अधिकार आयोग ने मांगा जबाव
इंदौर नगर निगम कर्मियों ने बीते शुक्रवार को एक दर्जन बेसहारा बुजुर्गों को उठाकर अतिक्रमण हटाने वाले कचरा वाहन में बेरहमी से पटका और शिप्रा पुल पर छोड़ दिया. इसके लिए उनको ठंड से बचाने का झांसा दिया गया. मानवता को शर्मसार कर देने वाली इस घटना का लोगों ने विरोध किया, तो इन्हीं बुजुर्गों को दोबारा वाहन में पटका और वापस शहर में लाकर छोड़ दिया.
इस अमानवीय घटना का वीडियो वायरल हुआ और शिकायत जब मुख्यमंत्री तक पहुंची, तो अधिकारी बोले कि सभी बुजुर्गों को रैन बसेरे में भेज दिया गया हैं. मुख्यमंत्री ने इस मामले में सख्त नाराजगी दिखाई और कहा कि ऐसी अमानवीय घटना दोबारा कतई नही होना चाहिए. इस मामले में मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग ने मुख्य सचिव, म.प्र. शासन, संभागायुक्त इंदौर, कलेक्टर इंदौर एवं नगर निगम आयुक्त, इंदौर से दो सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है.