झारखंड के दुमका जिले में आया मॉब लिंचिंग का एक और मामला, ग्रामीणों ने चोर को पीट-पीटकर मार डाला
By एस पी सिन्हा | Published: August 1, 2019 03:07 PM2019-08-01T15:07:48+5:302019-08-01T15:07:48+5:30
झारखंड के दुमका जिले के जरमुंडी थाना क्षेत्र के चिहुटिया गांव में मॉब लिंचिंग का एक मामला सामने आया है. यहां लोगों ने चोरी करते रंगे हाथों एक शख्स को पकड़ लिया.
रांची, 1 अगस्तःझारखंड के दुमका जिले के जरमुंडी थाना क्षेत्र के चिहुटिया गांव में मॉब लिंचिंग का एक मामला सामने आया है. यहां लोगों ने चोरी करते रंगे हाथों एक शख्स को पकड़ लिया. इसके बाद ग्रामीणों ने उसे पीट-पीटकर मार डाला. मृतक की पहचान भोला हाजरा के रूप में हुई है, जो तालझारी थाना के लोहारिया गांव का रहने वाला था. उसका आपराधिक इतिहास था. मृतक चोरी और आर्म्स एक्ट के केस में पहले भी जेल जा चुका था.
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस ने केस दर्ज कर इस मामले में 4 लोगों को हिरासत में लिया है. उसके खिलाफ दुमका के मुफ्फसिल थाना और देवघर के सारवां थाना में डकैती और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज था. जब वह गिरफ्तार हुआ था, तब एक मामले में पंजाब पुलिस भी रिमांड पर ले गई थी. डकैती के और कई मामलों में उसकी संलिप्तता रही थी, जिसका ब्यौरा पुलिस खंगाल रही है. बताया जा रहा है कि भोला हाजरा के खिलाफ पंजाब में भी मामला दर्ज था.
प्राप्त जानकारी के अनुसार चिहुटिया गांव में बुधवार देर रात चार शख्स चोरी करने की नीयत से आनंद लाल मरांडी के घर में घुसे. लेकिन इससे पहले कि ये लोग चोरी को अंजाम दे पाते, घरवाले जग गये. घरवालों ने हल्ला किया तो चारों ओर ग्रामीण जुट गये. चोरी करने आए तीन शख्स तो भाग निकले, लेकिन भोला हाजरा पकडा गया. इसके बाद भीड़ ने उसे इतना पीटा कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
एसपी वाईएस रमेश ने कहा कि चोरी कर चार लोग भाग रहे थे. उसी दौरान ग्रामीणों ने एक को पकड लिया. उसकी बुरी तरह से पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई. आज सुबह घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.
पुलिस ने इस सिलसिले में चार ग्रामीणों को हिरासत में लिया है. आगे की छानबीन जारी है. यहां बता दें कि हाल ही में सरायकेला जिले के धातकीडीह में गांववालों ने चोरी के आरोप में तबरेज अंसारी नामक युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. मॉब लिंचिंग का ये मामला यूएन तक में उठा. संसद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस पर अफसोस जताया था.