Amravati pharmacist's killing: अमरावती केमिस्ट हत्या मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जांच तेज कर दी है। मुंबई की विशेष अदालत ने सात आरोपियों को 15 जुलाई तक एनआईए की हिरासत में भेजा। फार्मासिस्ट उमेश कोल्हे की 21 जून को मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने हत्या कर दी थी।
कोल्हे की हत्या के सिलसिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पूरे महाराष्ट्र में 13 स्थानों पर छापेमारी की। आरोपी के परिसरों की तलाशी के दौरान, एजेंसी ने नफरत फैलाने वाले संदेश फैलाने वाले पर्चे, चाकू, मोबाइल फोन, सिम कार्ड और मेमोरी कार्ड जैसी आपत्तिजनक सामग्री बरामद की।
इससे पहले, सभी आरोपी पूर्वी महाराष्ट्र के अमरावती शहर से मुंबई लाए गए थे। अमरावती में दवा की दुकान चलाने वाले उमेश कोल्हे की 21 जून की रात घर लौटते समय हत्या कर दी गई। शुरुआत में मामले की जांच करने वाली पुलिस ने दावा किया कि कुछ वाट्सऐप समूहों में पैगंबर मोहम्मद के बारे में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की निलंबित नेता नुपुर शर्मा की विवादास्पद टिप्पणी का समर्थन करने वाले पोस्ट साझा करने के लिए कोल्हे की हत्या कर दी गई। अब मामले की जांच एनआईए ने संभाल ली है।
एजेंसी ने आरोपियों को यहां एनआईए मामलों के विशेष न्यायाधीश ए के लाहोटी के समक्ष पेश किया और उनकी 15 दिन की हिरासत का अनुरोध किया। एनआईए ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ सबूत हैं कि वे आतंकवादी गतिविधियों में शामिल थे। हालांकि, अदालत ने दलीलें सुनने के बाद आरोपियों को आठ दिन की एनआईए हिरासत में भेज दिया।