अतीक-अशरफ हत्याकांड में शामिल तीनों शूटरों का नार्को टेस्ट होगा, अब तक नहीं पता चला हत्या का मकसद
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: May 17, 2023 04:16 PM2023-05-17T16:16:57+5:302023-05-17T16:18:53+5:30
मेडिकल के लिए लाए जा रहे अतीक और अशरफ की कॉल्विन हॉस्पिटल में 15 अप्रैल की रात पुलिस अभिरक्षा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने मौके से ही शूटर लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्या को गिरफ्तार किया था। तीनों हमलावर पत्रकार बनकर आए थे।
प्रयागराज: अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड में शामिल तीनों शूटरों ने किसके इशारे या किस मकसद से इस घटना को अंजाम दिया था, इस बात का पता लगाने में विशेष जांच दल को अब तक सफलता नहीं मिली है। एसआईटी ने अब तीनों शूटरों का नार्को टेस्ट कराने का फैसला लिया है।
मेडिकल के लिए लाए जा रहे अतीक और अशरफ की कॉल्विन हॉस्पिटल में 15 अप्रैल की रात पुलिस अभिरक्षा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने मौके से ही शूटर लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्या को गिरफ्तार किया था। तीनों हमलावर पत्रकार बनकर आए थे।
अपराध से राजनीति की दुनिया में पहुंचा अतीक अहमद पांच बार विधायक और एक बार सांसद भी रहा। हत्या से कुछ दिन पहले ही अतीक को गुजरात की साबरमती जेल से यूपी के प्रयागराज लाया गया था। पुलिस उससे उमेश पाल हत्याकांड में पूछताछ के लिए गुजरात से यूपी लेकर आई थी और वह जेल में बंद था।
अतीक की हत्या सियासी सरगमी का कारण भी बनी। इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व जज अरविंद कुमार त्रिपाठी की अध्यक्षता में गठित आयोग इस मामले की जांच कर रहा है जिसमें पूर्व डीजीपी सुबेश कुमार सिंह व पूर्व जज बृजेश कुमार सोनी शामिल हैं। जांच के दौरान आयोग पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ करेगा। 2 महीने में इस केस की जांच पूरी कर रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी। हत्या की जांच के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के द्वारा न्यायिक आयोग का गठन किया गया था। फिलहाल आयोग द्वारा मामले की जाँच की जा रही है। हालांकि घटना को एक महीने हो गए लेकिन अब तक आयोग को खास सफलता नहीं मिली है।
मामले की जाँच कर रहे न्यायिक आयोग के सदस्यों ने मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय काल्विन के गेट पर जाकर क्राइम सीन भी दोहराया था। तीनों शूटरों को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ भी की गई थी। पूछताछ में पुलिस को पता चला की सनी सिंह को दिल्ली के गैंगस्टर गोगी ने तुर्की की जिगाना पिस्टल रखने के लिए दी थी।