नई दिल्ली: साल 2008 में महाराष्ट्र में हुए मालेगांव विस्फोट मामले में भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इस मामले की सुनवाई कर रही विशेष एनआईए अदालत में गवाह नंबर 261 ने बताया है कि विस्फोट के बाद घटनास्थल पर मौजूद कई चीजों पर अमोनियम नाइट्रेट मिला था। इन चीजों में वो एलएमएल फ्रीडम बाइक भी शामिल थी जो कथित तौर पर भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर के नाम पर पंजीकृत है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार विशेष एनआईए अदालत में बयान दर्ज कराने वाला गवाह नंबर 261 एक फोरेंसिक एक्सपर्ट है। फोरेंसिक एक्सपर्ट ने विशेष एनआईए अदालत को बताया कि विस्फोट होने के तुरंत बाद ही वे पुलिस अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे थे। इस दौरान विस्फोट वाली जगह पर एक एलएमएल फ्रीडम बाइक मिली थी। इस बाइक की तेल की टंकी, सीट कवर और बूट उड़ गया था और चारो तरफ मलबा बिखरा हुआ था। फोरेंसिक एक्सपर्ट ने विशेष एनआईए अदालत को बताया कि जब छानबीन की गई तो इस बाइक के ऊपर अमोनियम नाइट्रेट के निशान मिले। फोरेंसिक एक्सपर्ट ने अदालत को बताया कि अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल विस्फोटक के तौर पर किया जाता है।
क्या है मालेगांव बम विस्फोट
महाराष्ट्र के नासिक जिले के मालेगांव में 29 सितंबर 2008 बम धमाका हुआ था। इसमें सात लोगों की मौत हो गई थी और सौ से ज्यादा लोग जख्मी हो गए थे। धमाका उस समय किया गया था जब मुस्लिम समाज के लोग नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद जा रहे थे। इस घटना की जांच कर रही एनआईए ने दावा किया था कि इस विस्फोट को दक्षिणपंथी संगठन अभिनव भारत ने अंजाम दिया था। इस मामले में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, स्वामी असीमानंद और लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित को मुख्य आरोपी बनाया गया। जांच के दौरान घटना स्थल से 2 बाइक और 5 साइकिलें मिली थीं। इन्हीं बाइकों में से एक को भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से संबंधित बताया गया। बता दें कि बीते महीने 13 जुलाई को घटना की जांच कर रही एनआईए ने बॉम्बे हाईकोर्ट को बताया था कि 12 जुलाई तक कुल 495 गवाहों में से 256 गवाहों से पूछताछ की जा चुकी है। बाकि गवाहों से जल्द ही पूछताछ की जाएगी। इस मामले में लगातार सुनवाई जारी है।