पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों के 4 मददगार गिरफ्तार
By भाषा | Published: May 13, 2020 04:56 AM2020-05-13T04:56:00+5:302020-05-13T04:56:00+5:30
जैश ए मोहम्मद के आतंकवादी की पहचान शबीर अहमद, शीराज अहमद डार, शफात अहमद मीर और इशफाक अहमद शाह के रूप में हुई है।
श्रीनगर: पुलिस ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में मंगलवार को जैश ए मोहम्मद के आतंकवादियों के चार मददगारों को गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध में एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार लोग ख्रू और त्राल के जंगल क्षेत्र में जैश ए मोहम्मद के सक्रिय आतंकवादियों को आश्रय, साजो-सामान और अन्य तरह की मदद उपलब्ध कराने का काम करते थे।
उन्होंने बताया कि इन लोगों की पहचान शबीर अहमद, शीराज अहमद डार, शफात अहमद मीर और इशफाक अहमद शाह के रूप में हुई है। ये सभी अवंतीपुरा, पुलवामा के ख्रू क्षेत्र के बाठेन के रहने वाले हैं। प्रवक्ता ने बताया कि इन लोगों के पास से विस्फोटक सामग्री और अन्य चीजें बरामद हुई हैं।
बता दें कि मंगलवार को ही 532 किलो हेरोइन रिकवरी मामले में सिरसा से गिरफ्तार अंतरराष्ट्रीय नशा तस्कर रंजीत सिंह उर्फ चीता और आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के वित्तीय रिश्तों की बात सामने आने के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) इस मामले में फिर से सक्रिय हो गई है। यहां तक कि टेरर फंडिंग में पहले से पकड़े गए लोगों से पूछताछ की तैयारी कर ली गई है। फिलहाल, सात लोगों की सूची तैयार की गई है। इनमें से चार कोट भलवाल जेल में ही बंद हैं। इसके अलावा क्रास एलओसी ट्रेड से जुड़े प्रदेश के उन व्यापारियों को भी चिह्न्ति किया जा रहा है, जो अमृतसर और जालंधर के व्यापारियों के साथ सीधे जुड़े हुए थे।
दरअसल, पूछताछ में चीता ने कई सनसनीखेज जानकारियां दी हैं। पंजाब में पूछताछ में उसने बताया कि हेरोइन बिक्री के बाद ड्रग मनी का बड़ा हिस्सा जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के पास पहुंचाया जाना था, जिससे भारी मात्र में हथियार खरीदकर संगठन आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देता। पूछताछ के दौरान दोनों भाइयों ने स्वीकार किया है कि पाकिस्तान से आई 532 किलो हेरोईन की खेप में से 132 किलो हेरोइन पंजाब समेत दिल्ली, मुंबई और कुछ अन्य राज्यों में सप्लाई की जानी थी। शेष 400 किलो हेरोइन को सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भेजने के लिए सी रूट (समुद्र मार्ग) का इस्तेमाल किया जाना था।