अमेरिका: 13 बच्चों को बेड़ियों में बांधकर भूखा रखने के आरोपी माँ-बाप ने खुद को बताया बेकसूर
By पल्लवी कुमारी | Updated: January 19, 2018 11:03 IST2018-01-19T10:40:29+5:302018-01-19T11:03:34+5:30
अमेरिका के कैलिफोर्निया में ये मामला तब सामने आया जब एक बच्ची घर से भागने में कामयाब रही।

अमेरिका: 13 बच्चों को बेड़ियों में बांधकर भूखा रखने के आरोपी माँ-बाप ने खुद को बताया बेकसूर
अमेरिका के कैलिफोर्निया में रहने वाली एक दंपती पर अपने 13 बच्चों को जानवरों की तरह बेड़ियों में बांधकर रखने और भूखा रखने का आरोप लगा है। अपने ही 13 बच्चों को बेड़ियों से बांधकर रखने वाले आरोपी माता-पिता ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। बीबीसी के मुताबिक, आरोपी डेविड टुर्पिन (56) और उनकी पत्नी लुइस टुर्पिन (49) पर प्रताड़ना, दुर्व्यवहार और बच्चों की जिंदगी को खतरे में डालने के मामले दर्ज किए गए हैं।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
पीड़ित बच्चों में से एक घर से बचकर भाग निकलने में कामयाब रही थी, जिसने पुलिस को इसकी जानकारी दी। इसकी तफ्तीश करने पर पुलिस को पता चला कि लड़की के कुछ भाई-बहनों को बिस्तर पर बेड़ियों से बांधकर रखा गया है और उन्हें काफी समय से खाना भी नहीं दिया जा रहा था। आरोपी माता-पिता को कोर्ट में पेश किया गया है।
2 से 29 साल तक बच्चों की उम्र
रिवरसाइड काउंटी डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी माइक हेस्ट्रिन ने बताया कि यह आरोपी माता-पिता अपने बच्चों को रस्सियों से बांधकर रखता था और बाद में उन्हें बिस्तर पर बेड़ियों से बांध देता था। उन्होंने बताया कि ऐसा कई महीनों से किया जा रहा था। अभियोजकों का कहना है कि पारिस्थितिजन्य साक्ष्यों से पता चला है कि बच्चों को बाथरूम जाने के लिए भी बेड़ियो से नहीं खोला जाता था। इन 13 बच्चों की की उम्र दो साल से 29 के बीच की है। इन्हें सोमवार 15 जनवरी को रिहा कराए जाने के बाद अस्पताल में इनका इलाज चल रहा है।
हेस्ट्रिन ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में माता-पिता पर लगाए गए कुछ भयावह आरोपों का विवरण किया।
- बच्चों को अक्सर पीटा जाता था, यहां तक कि कई बार इनका गला भी दबया जाता था।
- इन्हें साल में सिर्फ एक बार नहाने दिया जाता था।
- बच्चों को पूरी रात जगाकर रखा जाता था और ये दिन में पूरा दिन सोते थे।
- उन्हें खिलौनों से खेलने की इजाजत नहीं थी।
-यदि बच्चे कलाई से ऊपर हाथों को धोते थे तो उन्हें सजा मिलती थी।
-यह निर्दयी माता-पिता बच्चों को दिन में सिर्फ एक वक्त का खाना देता था। यह जोड़ा अक्सर पंपकिन पाइ और अन्य लजीज व्यंजन खरीदकर लाते थे और उन्हें ऐसे स्थान पर रखते थे, जहां से बच्चे उन्हें सिर्फ देख सकते थे, खा नहीं सकते थे।
-इन बच्चों को बुनियादी ज्ञान भी नहीं है। इन्हें नहीं पता है कि एक पुलिसकर्मी कौन होता है।